आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नफरत फैलाने का आरोप झेल रही बीजेपी पर आज यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने गंभीर आरोप लगाएं हैं। अखिलेश कहा है कि पीडीए (पिछड़, दलित व अल्पसंख्यक) जितना एकजुट व मजबूत होगा भाजपा उतनी ही ज्यादा साम्प्रदायिक राजनीत करेगी। उसके पास महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का कोई जवाब नहीं है।
शनिवार को अखिलेश ने मीडिया से कहा कि सपा सामाजिक न्याय और दलितों, पिछड़़ो, अल्पसंख्यकों, किसानों को उनका हक-सम्मान दिलाने के लिए काम कर रही। सपा विकास और न्याय के लिए काम करती है। भाजपा के लोग नफरत फैलाने की राजनीति करते है।
मंदिर-मस्जिद की राजनीत पर अखिलेश ने कहा कि जो लोग देश में जगह-जगह खोदाई की बात कर रहें, ये सब एक दिन देश का सौहार्द खो देंगे। अगर हर जगह खुदाई होगी तो देश आगे नही बढ़ेगा। अगर विकसित भारत बनना है तो बहुत चीजों पर काम और सबका सम्मान करना होगा।
भाजपा की भेदभाव की राजनीति से सपा की लड़ाई
अखिलेश ने कहा कि सपा की लड़ाई भाजपा की साम्प्रदायिक नफरत और भेदभाव की राजनीति से है। जो भाजपा को हराएगा हम उसके साथ है। भाजपा विकास की बात नही करती है। प्रधानमंत्री ने दस साल पहले गंगा सफाई का वादा किया था, लेकिन आज भी गंगा साफ नहीं हुई। कानपुर, कन्नौज समेत तमाम जगह नाले गंगा में जा रहे है। भाजपा अपने वादों पर चर्चा नहीं कर रही।
किसी की बात नहीं सुनना चाहती बीजेपी सरकार
वहीं किसानों के आंदोलन पर पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी सरकार किसी की बात नहीं सुनना चाहती है। किसान, नौजवान सभी परेशान हैं। नोएडा में किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। पिछली सरकार में किसानों की सब मांगे मानी गयी थीं, लेकिन यह सरकार नहीं मान रही, किसानों की बात नहीं सुनना चाहती है। किसानों को कालकोठरी में डाल दिया और उनके परिवार से भी नहीं मिलने दे रही। जो किसानों की बात नही सुन सकते वो किसानों की आय क्या दोगुनी करेंगे।