यूपी बोर्ड एग्जाम में 306 केंद्र अतिसंवेदनशील, STF-LIU करेगी निगरानी

यूपी बोर्ड
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कल यानी 24 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा 12 दिनों तक चलने वाली है। इन बोर्ड परीक्षाओं को लेकर प्रदेशभर में कुल 8140 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 306 परीक्षा केंद्र अति संवेदनशील कैटेगरी में रखें गए हैं। जबकि 692 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील की कैटेगरी में रखा गया है। जिनपर कड़ी नजर रखी गई है।

बोर्ड परीक्षा को लेकर जिन जिलों के केंद्रों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया हैं। उनमें आगरा, मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, देवरिया और गोंडा शामिल हैं। इन जिलों पर एसटीएफ और एलआइयू की विशेष निगरानी रहेगी।

वहीं लखनऊ में बोर्ड परीक्षा को लेकर कुल 127 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 126 परीक्षा केंद्र हैं, और एक केंद्र आदर्श कारागार में बनाया गया हैं। राजधानी में बोर्ड परीक्षा को लेकर पांच जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई हैं। साथ ही 14 सेक्टर मजिस्ट्रेट और छह सचल दल का गठन किया गया हैं। सभी 126 परीक्षा केंद्र पर 126 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनात रहेंगे।

साथ ही बोर्ड परीक्षा के स्ट्रेस से जूझ रहे स्टूडेंट्स के लिए सभी केंद्रों पर हेल्थ एंड काउंसिलिंग की सुविधा भी मुहैया कराने के निर्देश दिए गए है। सीएम योगी के निर्देश पर सभी परीक्षा केंद्रों पर छात्रों को आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक उपचार की सुविधा मिलेगी। इसके तहत प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर स्वास्थ्य किट और प्राथमिक चिकित्सा उपकरण की व्यवस्था की गई है। साथ ही मेडिकल स्टाफ और प्राथमिक चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान कर सकें।

यह भी पढ़ें- महाकुंभ के चलते 24 फरवरी की 10वीं-12वीं परीक्षाएं स्थगित

इसके अलावा परीक्षा के दौरान प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर प्रशिक्षित मनोचिकित्सक उपलब्ध होंगे, जो परीक्षार्थियों को तनाव, चिंता और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। कहा जा रहा हैं कि ये कदम न केवल विद्यार्थियों की मानसिक स्थिति को संतुलित करेगा, बल्कि उन्हें परीक्षा के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने में भी सहायता करेगा।

ये निर्देश भी हुए जारी

नकल माफिया और असामाजिक तत्वों की निगरानी रखें। गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें।

परीक्षा के पहले केन्द्रों का शत-प्रतिशत निरीक्षण करके यह सुनिश्चित करें कि सभी केन्द्रों पर सुविधाएं हैं।

स्ट्रॉन्ग रूम की 24 घंटे सीसीटीवी से ऑनलाइन निगरानी करें। इनकी सुरक्षा के लिए सशस्त्र बल तैनात करें।

यह भी पढ़ें- कई जिलों के स्कूलों में छूटा प्रैक्टिकल एग्जाम, यूपी बोर्ड ने 16 तक बढ़ाई तिथि