आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लगातार कार्रवाईयों के बाद भी लखनऊ विकास प्राधिकरण के उद्यान अनुभाग में तैनात कर्मी अवैध निर्माण की ठेकेदारी के खेल में लिप्त होने से खुद को नहीं रोक पा रहें। ऐसे ही मामला एक बार फिर सामने आने पर एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने अब लोहिया पार्क में तैनात मेट को आज शाम निलंबित कर दिया है। उपाध्यक्ष की कार्रवाई से प्रवर्तन में पूर्व में तैनात रहे कर्मियों के साथ ही अवैध निर्माण की ठेकेदारी के खेल में शामिल इंजीनियर व अवैध निर्माण को रोकने की जगह साइलेंटिली इस खेल को हवा देने वाले कुछ जोनल अफसरों में भी हलचल मच गयी है।
आरोप है कि कई सालों तक जोन छह में तैनात रहा कर्मी चिंता प्रसाद प्रवर्तन से करीब सालभर पहले हटाए जाने के बाद भी अपने अधिकारियों के आदेश दरकिनार कर पुराने लखनऊ के नाका, हुसैनगंज, अमीनबाद व हजरतगंज जैसे पॉश इलाकों में अपने आर्थिक लाभ के लिए लोगों को अवैध निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा था।
पिछले दिनों वीसी के संज्ञान में यह मामला आने पर उन्होंने अपने स्तर से छानबीन कराई तो आरोप सही पाए गए। जिसके बाद आज चिंता प्रसाद को निलंबित करते हुए उपाध्यक्ष ने मामले की विस्तृत जांच भी शुरू करा दी है। चिंता प्रसाद का नाम चारबाग होटल अग्निकांड, लेवाना होटल अग्निकांड के समय भी काफी उछला था।
उद्यान के अफसर देते हैं मौका!
बताते चलें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब पार्क में तैनात कर्मी अपनी तैनाती स्थल से काफी दूर अवैध निर्माण की ठेकेदारी में लिप्त मिला है। इससे पहले भी कई कर्मी ऐसे करते पकड़े जा चुके हैं। कुछ महीने पहले ही पुराने लखनऊ के पार्क में तैनात कर्मी रामकुमार को वीसी प्रथमेश कुमार ने ही जोन छह में वसूली करने की शिकायत पर निलंबित किया था। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्रवर्तन में शिकायतों के बाद हटाकर पार्कों में तैनात किए गए बड़ी संख्या में कर्मी क्या आज भी उद्यान के अफसरों की शह पर अवैध निर्माण का ठेका लेने वाले इंजीनियर व जोनल अफसरों के लिए अर्निंग हैंड की तरह काम कर रहें हैं।
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सूत्र यह भी बताते हैं कि करीब डेढ़ दशक तक प्रवर्तन जोन दो कानपुर रोड व ट्रांसपोर्ट नगर में अवैध निर्माण की ठेकेदारी का सिक्का चलाने वाले एक कर्मी को भी सालभर पहले प्रवर्तन से हटाकर उद्यान भेज गया था। कुछ महीनों तक वह गोमतीनगर एलडीए ऑफिस से अटैच रहा, इस दौरान भी अवैध निर्माण में लिप्त होने की शिकायत लोग करते रहें, लेकिन इस बीच कर्मी की सुविधानुसार विशेष कृपा बरसाते हुए उसे गोमतीनगर से सीधे कानपुर रोड स्थित जोनल पार्क में तैनाती दे दी गयी।
अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि चिंता प्रसाद की शिकायत पर निलंबित करते हुए उसकी जांच शुरू करा दी गयी है। साथ ही उद्यान व प्रवर्तन में तैनात ऐसे अफसर-इंजीनियरों को भी चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी जो इस तरह के कामों को बढ़ावा देने में लिप्त पाए जाते हैं।
सात वरिष्ठ लिपिकों का बढ़ा कद
वहीं आज एलडीए वीसी ने सात वरिष्ठ लिपिकों को कार्यवाहक प्रधान लिपिक बनाया है। वीसी के अनुमोदन पर अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने इसका आदेश जारी किया है। जिसके तहत अब वरिष्ठ लिपिक दिनेश कुमार पांडेय, उर्मिला वर्मा, शबनम कलीम, इसरार अहमद, अजय कुमार सिंह, राधा जायसवाल और हसन जरार नकवी को प्रभारी प्रधान लिपिक बनाया गया है।
13 बाबूओं के भी बदले पटल
वहीं अपर सचिव ने 13 बाबूओं व नौ चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के कार्य क्षेत्र में भी बदलाव किया है। लिपिकों में गिरीश चंद्र को संपत्ति की पुरानी योजना से विधि अनुभाग, सत्य प्रकाश वर्मा को विहित प्राधिकारी कोर्ट से संपत्ति की योजना सीतापुर रोड, जानकीपुरम व जानकीपुरम विस्तार, अतर सिंह को अधिष्ठान से सचिव कैंप, चंद्रकेतु सिंह को विधि से अधिष्ठान, विमलेश गौतम को ओएसडी कैंप और गणेश शंकर को चंकबंदी अधिकारी कैंप से विहित प्राधिकारी कोर्ट भेजा गया है।
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इसी क्रम में शिव स्वरूप को अपार्टमेंट से ओएसडी कैंप, योगेंद्र सिंह को मुख्य विधि परामर्शी कैंप से अपर सचिव कैंप, शैलेंद्र कैंप को नजूल से ट्रस्ट अनुभाग, सुभाष चंद्र वर्मा को उद्यान से पीआइयू सेल, अनिता को जनसूचना से चंकबंदी अधिकारी कैंप, भाष्कर पांडेय को संयुक्त सचिव कैंप से और शिव प्रताप सिंह को अधिष्ठान से जनसूचना अनुभाग में तैनाती दी गयी है।