आरयू वेब टीम।
नोटबंदी के बाद से लगातार विरोधी पार्टियों के तीखे हमले झेल रही मोदी सरकार के लिए बुधवार का दिन कुछ अलग रहा। मधुबनी में निश्चय यात्रा के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार नोटबंदी की हिमायत करते नजर आए तो लोगों का आश्चर्य में पड़ना स्वाभाविक था। नीतीश ने एक स्कूल में आयोजित सभा में कहा कि दो नंबर के बेनामी संपत्ति के मालिक बैठे-बैठे मजा ले रहा है, जबकि मेहनत करने वाले शिक्षक समेत अन्य नौकरी करने वाले लोग काफी मेहनत कर पैसा कमाते हैं। वह नोटबंदी की हिमायत करते है। इसके साथ ही उन्होंने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहाकि मोदी सरकार को चाहिए कि वह जनता को नोट बदलने में हो रही दिक्कतों को दूर करने के साथ ही बेनामी संपत्तियों के मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई करें।
यात्रा के बारे में उन्होंने कहा कि यह महागठबंधन का साझा कार्यक्रम है। इससे गांव का विकास होगा। हम गांव को स्मार्ट बनाएंगे, केन्द्र सरकार सिर्फ गांव को स्मार्ट बनाने में लगा है। चुनाव से पहले गांव के विकास के लिए जनता से वायदा भी किया गया था। इससे पहले हम अपना शराब बंदी का चुनावी वायदा पूरा कर चुके है। शराब बंदी के बाद बिहार के अापराधिक ग्राफ में कमी आई है। हालांकि अब भी कुछ लोग गलत करने पर तुले हुए है।
मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार के ऊपर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम वहीं वायदा करते हैं, जिसे पूरा कर सके। जुमलेबाजी में हमारा भरोसा नही है।