आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार प्राइवेट बसें हादसों का शिकार हो रही हैं। कुशीनगर बस हादसे के बाद यूपी में एक और बस दुर्घटना सामने आयी है। काकोरी थाना क्षेत्र के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर रविवार को एक बड़ा हादसा टल गया। दिल्ली से गोंडा जा रही एक एसी डबल डेकर बस का अचानक टायर फट गया। जिसके कारण बस में आग लग गई। गनीमत रही की बस में सवार सभी 40 यात्री समय रहते सुरक्षित बाहर निकल आए। आग इतनी भयंकर थी कि उठता धुआं दो किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रहा था। मौके पर मौजूद यात्रियों और स्थानीय लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब तक बस पूरी तरह जल चुकी।
मिली जानकारी के मुताबिक 70 यात्रियों को लेकर एक बस दिल्ली से गोंडा जा रही थी। जिसका आज भोर में करीब साढ़े चार बजे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस -वे पर टोल प्लाजा के पास बस के पीछे का टायर अचानक फट गया। तेज आवाज आई और बस लहरा गई। ड्राइवर ने तुरंत ब्रेक मारा। वह नीचे उतरकर चेक कर रहा था, तभी पीछे की तरफ से धुआं उठने लगा। धुआं उठते देख ड्राइवर और क्लीनर घबरा गए। उन्होंने यात्रियों को चिल्लाकर बाहर बुलाया। सुबह का वक्त था, ऐसे में ज्यादातर यात्री सो रहे थे। कई लोग बस में सामान छोड़कर बाहर भागकर आए। तब तक धुआं लपटों में तब्दील हो चुका था।
बस में ज्यादातर लोग दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से छठ पर्व मनाने के लिए घर जा रहे थे। हादसे में कई यात्रियों का सामान जल गया। घटना के बाद यात्री डर गए। यात्रियों की माने तो बस की रफ्तार करीब 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा थी। इसी दौरान अचानक पीछे का टायर फट गया। कुछ ही सेकंड में धुआं उठने लगा और चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए बस रोक दी। सभी यात्रियों को तुरंत नीचे उतार लिया गया। थोड़ी ही देर में बस में आग भड़क उठी। जिसके बाद यात्रियों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी।
यह भी पढ़ें- कुरनूल में बस से टकराई बाइक, लगी भीषण आग, जिंदा जलकर 20 यात्रियों की दर्दनाक मौत, कई घायल
सूचना मिलने पर काकोरी पुलिस के दरोगा मोबीन अली अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां भी घटनास्थल पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। प्रभारी निरीक्षक सतीश राठौर का कहना है कि आग लगने का प्रारंभिक कारण तकनीकी खराबी माना जा रहा है। वहीं पुलिस ने यात्रियों के लिए दूसरी गाड़ी का इंतजाम कर उन्हें गोंडा भेजा।




















