आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। अलीगंज इलाके में आरबीआइ कर्मी ने फांसी लगाकर जान दे दी। आत्महत्या करने से पहले कर्मी ने मुंबई में अपने भाई को वीडियो कॉल करते हुए जान देने की बात कही। भाई से सूचना पाकर मौके पर पहुंची अलीगंज पुलिस को सेक्टर जे स्थित आरबीआइ कॉलोनी में स्थित एक मकान में कर्मी की लाश फंदे से लटकती हुई मिली। पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही मामले की छानबीन कर रही है।
एसओ अलीगंज बृजेश सिंह ने बताया कि मूल रूप से इलाहाबाद के उतरावा निवासी धर्मेंद सिंह का बेटा योगेंद्र सिंह (32) अलीगंज सेक्टर जे स्थित आरबीआइ कॉलोनी में अपने रिश्तेदार शशिकांत के यहां रह रहा था। कुछ दिन पहले शशिकांत के शहर के बाहर जाने के चलते गोमतीनगर स्थित आरबीआइ में सहायक के पद पर तैनात योगेंद्र सिंह अकेले ही घर में था।
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कल रात योगेंद्र ने मुंबई निवासी अपने भाई मान्वेंद्र सिंह को वीडियो कॉल कर आत्महत्या की बात कही। भाई कुछ समझा पाता उससे पहले ही उसने कॉल काट दी। मान्वेंद्र ने रात एक बजकर पांच मिनट पर इसकी जानकारी एसओ अलीगंज के नंबर पर कॉल करते हुए देने के साथ ही भाई की जान बचाने की गुहार लगायी। हालांकि पुलिस जब तक मौके पर पहुंचती योंगेंद्र सिंह की मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर रस्सी के सहारे पंखे के कुंडे से योगेंद्र की लाश लटक रही थी।
देना चाहता था इस्तीफा
एसओ ने बताया कि कमरे की छानबीन में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। हालांकि एक डॉयरी से पत्र मिला है। जिसमें व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देने की बात लिखी हुई थी। एसओ का कहना है कि परिजन योगेंद्र के जान देने की वजह नहीं बता पा रहें हैं। साथ ही उन्होंने किसी के खिलाफ शाम तक कोई तहरीर नहीं दी है। अब मृतक के सहकर्मियों और माबोइल की कॉल डिटेल से आत्महत्या का मामला सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
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