आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। आलमबाग इलाके में बीती रात बदमाशों ने नाका के मोबाइल दुकानदार को गोली मार दी। घटना की जानकारी लगने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल व्यापारी को ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया। जहां सोमवार की भोर में उसकी मौत हो गयी।
घटना के पीछे पैसे के लेन-देन का विवाद सामने आ रहा है। पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही परिजन की तहरीर एक अन्य मोबाइल व्यापारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करतें हुए मामले की विभिन्न बिन्दुओं पर जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि नाका के पान दरीबा निवासी रवि गुप्ता का बेटा करन गुप्ता (24) नाका में ही आरके इंटरप्राइजेज के नाम से मोबाइल व एसेसरीज की दुकान चलाता था। कल रात दुकान बंद करने के बाद करन अपनी एक्टिवा से कही जा रहा था। तभी आलमबाग क्षेत्र में स्थित रेलवे के वर्कशॉप के पास बदमाश उसे गोली मारकर भाग निकले।
सड़क दुर्घटना समझ दी गयी पुलिस को सूचना
खून से लथपथ हालत में करन को सड़क पर पड़ा देख देर रात एक व्यक्ति ने इसे सड़क दुर्घटना समझ पुलिस को सौ नंबर पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस घटना को सड़क दुर्घटना ही समझती रही और करन को रात करीब दो बजे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने युवक को गोली मारे जाने की बात बताई तो पुलिस के होश उड़ गए। देर रात ही सीओ आलमबाग और इंस्पेक्टर आलमबाग ने ट्रामा सेंटर और घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन शुरू की।
भाई ने दर्ज कराया मुकदमा
इंस्पेक्टर आलमबाग ने बताया कि करन के भाई अर्जुन ने पैसे के लेन-देन को लेकर राजाजीपुरम निवासी रामचन्दर गुप्ता पर अपने भाई की हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। रामचन्द्र की पारा के बुद्धेश्वर इलाके में मोबाइल की दुकान है। पुलिस उसके बारे में पता कर रही है।
बीसी के पैसे को लेकर था विवाद
पुलिस की फिलहाल की छानबीन में सामने आया है कि करन मोबाइल की दुकान चलाने के साथ ही बीसी का धंधा भी करता था। बीसी के पैसे के लेन-देन को लेकर उसका कई लोगों से विवाद चल रहा था। हत्या के पीछे रामचन्दर का ही हाथ या फिर किसी और का पुलिस अभी इस बारे में स्थिति साफ नहीं कर सकी है।
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वहीं ये भी सवाल उठ रहा है कि दुकान बंदकर घर जाने की जगह करन रात 12 बजे के बाद सुनसान इलाके की ओर से किससे और क्यों मिलने जा रहा था। इसके अलावा करन के साथ लूट की भी आशंक जतायी जा रहा है, हालांकि पुलिस लूट की बात से इंकार कर रही है।
स्टैंड पर एक्टिवा तो कान में था ईयरफोन
सीओ आलमबाग ने बताया कि जिस जगह पर करन घायल अवस्था में पुलिस को मिला था, वहीं पास में ही उसकी एक्टिवा भी स्टैंड पर खड़ी थी, जबकि उसके कान में ईयरफोन लगा था। समझा जा रहा है कि करन के ही किसी जानने वालों ने पहले उसे रोककर बातचीत की और फिर सीने में बाईं ओर सटीक निशाना लगा गोली मारकर फरार हो गए होंगे।
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कान में ईयर फोन लगा होने के चलते ये भी अंदेशा है कि घटना के समय या उससे कुछ देर पहले करन किसी से मोबाइल फोन पर भी बात कर रहा होगा। इसकी पूरी जानकारी के लिए उसकी कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है। साथ ही परिजनों के आरोपों के अलावा अन्य बिन्दुओं पर पुलिस जांच कर रही है।