आरयू संवाददाता,
पीजीआइ। दुर्घटना के शिकार मरीजों के बेहतर इलाज के लिए तैयार किए गए एसजीपीजीआइ के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर का मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दूबे व डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर समेत अन्य लोग भी उपस्थित रहें।
60 बेड और पांच ऑपरेशन थिऐटर से युक्त इस हाईटेक ट्रॉमा सेंटर के बारे में बात करते हुए आशुतोष टण्डन ने कहा कि देश के सर्वश्रेष्ठ ट्रॉमा सेंटर जयप्रकाश नारायण ट्रॉमा सेंटर, एम्स नई दिल्ली की तर्ज पर एपेक्स ट्रामा सेंटर काम करेगा। यहां गंभीर स्थिति के मरीजों को अच्छे से अच्छा उपचार मिलने के साथ ही उनका खास ख्याल भी रखा जाएगा।
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ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी प्रो. अमित अग्रवाल ने बताया कि शुरूआती दौर में ट्रॉमा सेंटर लाइफ सेविंग एण्ड प्राइमरी स्टेबलाइजेशन के तौर पर चलाया जाएगा। फिर धीरे-धीरे आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। रेड और यलो जोन में बांटे गए इस ट्रॉमा सेंटर में मरीजों को भी उन्हीं की कंडीशन के हिसाब से दोनों में से किसी एक में भर्ती कर इलाज शुरू किया जाएगा। वहीं लावारिस मरीजों का उपचार यहां फ्री में शुरू किया जाएगा। जबकि आम मरीजों को 250 रुपए रजिस्ट्रेशन चार्ज देना होगा।
बताते चलें कि करीब दो सौ करोड़ रुपए की लागत से तैयार ट्रामा टू को एसजीपीजीआइ और मेडिकल कालेज के बीच खींचातानी के बाद मेडिकल कालेज ने कुछ दिनों तक उसे अभावों मे चलाया। बाद में मेडिकल कालेज इसे चलाने में पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सका और उसने बीच में असमर्थता दिखाते हुए ट्रामा टू का संचालन बंद कर दिया। जिसके बाद एसजीपीजीआइ ने फिर आगे बढ़कर ट्रामा टू को एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के रुप मे दोबारा आज शुरू कर दिया।