आरयू वेब टीम।
पार्टी की नींव रखने के बाद शान से ‘साइकिल’ की सवारी करने वाले मुलायम सिंह यादव को आज उस पर दावा मजबूत करने के लिए दिल्ली जाकर चुनाव आयोग से मिलना पड़ा। आयोग के सामने उन्होंने चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर दावेदारी जताने के साथ ही सपा पर मजबूती के लिए अपना पक्ष रखा।
इस दौरान उनके साथ शिवपाल सिंह यादव, अमर सिंह और जयाप्रदा भी रही। आयोग से मिलने के पहले मुलायम ने दिल्ली स्थित अपने आवास पर तीनों के साथ बैठक की।
मुलायम के चुनाव आयोग में दावा ठोकने के बाद कल सपा के नए मुखिया अखिलेश यादव का गुट भी चुनाव आयोग से मिलकर ‘साइकिल’ की सवारी करने की इच्छा जताएगा।
समाजवादी पार्टी के दोनों दलों को सुनने और तथ्यों को परखने के बाद चुनाव आयोग किसी एक को ‘साइकिल’ की सवारी कराएगा। विवाद नहीं सुलझने की स्थिति में यह भी हो सकता है कि चुनाव आयोग सिंबल को ही सीज कर दे। उसके बाद मुलायम के साथ ही अखिलेश गुट को भी विधानसभा चुनाव में नए सिंबल व नए नाम के साथ उतरना होगा।
मुलायम ने कहा, ‘बिमार नहीं हूं मैं’
मुलायम सिंह ने दिल्ली जाने से पहले मीडिया को बताया कि सपा का सिंबल मेरा हस्ताक्षर है। बेटे से आहत मुलायम ने कहा कि वह बिमार नहीं है, उनका इशारा अपनी शक्ति दर्शाने का था। इमेज के बारे में बोले कि मेरी छवि साफ है। एक बार आरोप भी लगाए गए लेकिन न्यायलय से बरी हो गया। बता दें कि रविवार की शाम एकाएक मुलायम सिंह की तबियत बिगड़ गई थी। ब्लड प्रेशर की शिकायत पर घर इलाज के लिए पहुंचे डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने के साथ ही तनाव न लेने की सलाह दी थी।
पांच जनवरी का अधिवेशन स्थागित
दूसरी ओर 5 जनवरी को मुलायम सिंह की ओर से जनेश्वर पार्क में बुलाया गया अधिवेशन स्थागित कर दिया गया है। इस की जानकारी शिवपाल यादव ने मीडिया को दी। शिवपाल ने कहा कि इस वक्त नेताजी ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वह आगे भी रहेंगे रही बात हमारी तो हम उनके साथ मरते दम तक रहेंगे।
नेताजी दिल से निकालेंगे तो दुख होगा: अमर सिंह
लंदन से दिल्ली पहुंचे अमर सिंह ने मीडिया से संक्षिप्त मुलाकात में कहा कि नेताजी के साथ रहने से नायक बना हूं, अब खलनायक बनने को भी तैयार हूं। मेरे लिए दल मायने नहीं रखता मैं नेताजी के दिल में हूं। वह दिल से निकालेंगे तो दुख होगा। नेताजी ने एक बार खुद भी कहा था कि अमर सिंह मेरे दिल में रहते हैं।