आरयू वेब टीम।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कथक सम्राट पुलकित महाराज उर्फ पुलकित मिश्रा को रोहिणी सेक्टर-18 से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पुलकित महाराज खुद को प्रधानमंत्री का आध्यात्मिक गुरु बताकर अलग-अलग राज्यों में सुरक्षा और वीआईपी प्रोटोकॉल की मांग करता था। पीएमओ से मिली शिकायत के बाद अगस्त में दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया था।
पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने कई चौका देने वाले खुलासे भी किए, जिसके बाद पुलिस आरोपित से पूछताछ कर उसके द्वारा किए गए फर्जीवाड़ों की फेहरिस्त तैयार करने में जुटी गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी कथक सम्राट पुलकित महाराज जब भी दिल्ली से बाहर किसी राज्य में जाता था, तो केन्द्र सरकार की तरफ से संबंधित राज्य सरकार को एक फर्जी ईमेल भेजता था।
इस फर्जी ईमेल में बताया जाता था कि राष्ट्रपति से सम्मानित देश के जाने-माने कत्थक महाराज उनके यहां आने वाले हैं। इसलिए उन्हें राज्य अतिथि की तरह वीआइपी सुविधाएं प्रदान की जाएं। साथ ही उनके लिए वीआइपी सुरक्षा का भी बंदोबस्त किया जाए। इस फर्जी ईमेल को सही मानकर उसे वीआइपी सुरक्षा और सुविधा मुहैया कराई जाती थी। आरोपित इस तरह से कई बार फायदा उठा चुका है।
मामले का खुलासा तब हुआ जब पीएम के पास सीतापुर के डीएम की शिकायत पहुंची। बताया जा रहा है कि सीतापुर के डीएम को किसी शख्स ने पत्र लिखकर पुलकित महाराज के लिए रहने और सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए कहा था। जिस शख्स ने डीएम को खत लिखा था, उसने खुद को कला और संस्कृति मंत्रालय का सचिव बताया था, शक होने पर डीएम ने पीएओ में शिकायत की। पुलकित महाराज की पीएम सहित कई वीवीआइपी के साथ फोटो है और खुद को राष्ट्रपति से सम्मानित बताकर कर वीआइपी प्रोटोकॉल की सेवाएं लेता था।
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बता दें कि पुलकित स्वयं को आध्यात्मिक गुरु बताता है। इतना ही नहीं उसका दावा है कि वह पीएम मोदी का भी आध्यात्मिक गुरु है और उसने कई बार उनकी सहायता की है। उसका दावा है कि उसके विवाह के तीन महीने बाद पीएमओ कार्यालय की तरफ से कला संस्कृति मंत्रायल का सचिव बना दिया गया। यह झांसा देकर वह कई राज्यों में सुरक्षा की मांग करता था।
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