आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सोमवार को छत्तीसगढ़ में आयोजित एक रैली में हर गरीब को न्यूनतम आय की गारंटी वाले वादे पर आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने सवाल उठाया है। मायावती ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस लुभावनी घोषणा से देश आशंकित है कि ये वैसा ही छलावा और क्रूर मजाक तो नहीं है जो सत्ता में आने से पहले नरेंद्र मोदी ने विदेश से कालाधन वापस लाकर हर गरीब को 15 से 20 लाख रुपए देकर उनके ‘अच्छे दिन’ लाने का किया था।
सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री ने आज भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि देश में सर्वसमाज के करोड़ों, गरीब, मजदूरों, किसान, महिलाओं, युवाओं व बेरोजगारों की समस्याओं के सही समाधान व इनके वास्तविक हित व कल्याण के मामले में कांग्रेस और बीजेपी की सरकारें एक ही थाली के चट्टे-बट्टे साबित होकर विफल ही हुई हैं।
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बसपा अध्यक्ष ने हमला जारी रखते हुए मीडिया से कहा कि जनता के सामने कांग्रेस की पिछली सरकारों का रिकॉर्ड और खासकर इंदिरा गांधी की सरकार का बहुचर्चित गरीबी हटाओ के नारे का क्या नतीजा निकला, यह उदाहरण भी लोगों के सामने है। जबकि कांग्रेस व बीजेपी द्वारा किसानों की दुर्दशा को समाप्त कर उनको इनकी आत्महत्या की मजबूरी से आजादी दिलाने व इनको इनकी उत्पाद का लाभकारी मूल्य दिलाने आदि के संबंध में किया गया लंबा-चौड़ा वादा भी आज तक सिर्फ छलावा ही साबित हुआ है।
जनता को उस पार्टी पर भरोसा करना चाहिये जो…
मायावती ने बिना बसपा का नाम लिए हुए जनता को राय देते हुए कहा कि जनता को अब उस पार्टी पर ही पूरा भरोसा करना चाहिये जो ‘‘बातें कम, काम अधिक‘‘ करने वाली हो, साथ ही जिसका जनहित में काम करने का रिकॉर्ड भी शानदार रहा है।