आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सीएम योगी ने राज्य विधानसभा में गुरुवार को पेश किए गए बजट को लोकलुभावन नहीं, बल्कि लोककल्याणकारी बताया है। साथ ही योगी ने कहा कि प्रदेश के हित में जो आवश्यक है उस प्रकार के बजट का प्रावधान किया गया है। यह ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूलमंत्र को साकार करने वाला है।
बजट पेश करने के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट उत्तर प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा विकासोन्मुखी बजट है, जो प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे ले जाएगा। साथ ही कहा कि लोक कल्याणकारी योजनाएं सामने आनी चाहिये जो सही मायने में एक गरीब को उसका हक दिला सके।
योगी ने कहा कि गरीब को चाहिए आवास, गरीब को चाहिए सम्मानजनक जीवन जीने के लिए बुनियादी सुविधाएं, रसोई गैस का सिलेंडर, विद्युत कनेक्शन, अपने घर में शौचालय, बेहतर स्वास्थ्य की सुविधा के साथ-साथ सस्ते में खादयान्न की सुविधा, पढ़ाई व रोजगार की सुविधा। जिसके लिए हर एक चेहरे पर खुशहाली लाने के लिये यह बजट सक्षम है। इसलिए इसे लोकलुभावन के बजाय लोककल्याणकारी बजट कहें।
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साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, समाज कल्याण विभाग समेत विभिन्न विभागों के बजट में कई गुना वृद्धि हुई है। यह बजट पिछले बजट से 11.98 प्रतिशत ज्यादा है। यह बजट नौजवान, किसान, महिला सबका ध्यान रखने वाला है। वित्त विभाग को एक विकास मुखी बजट पेश करने के लिए बधाई देता हूं।
वहीं बजट की खासियत पर बात करते हुए योगी ने कहा कि रजिस्टर्ड श्रमिकों के बच्चों के लिए शिक्षा के लिए भी बजट में व्यवस्था की गई है। इसमें हर मंडल में ऐसे बच्चों के लिय आवासीय विद्यालय बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत काम के लिए भी बजट में व्यवस्था की गई है। कन्या सुमंगला योजना नाम से योजना की हमने शुरूआत की है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम चाहते हैं कि यूपी के मदरसों का भी आधुनीकीकरण हो, इसलिये मदरसों के लिए भी बजट की व्यवस्था की गयी है। इसी तरह पुलिस के आधुनिकीकरण व अवस्थापना के लिये भी व्यवस्था की गयी है।