आरयू ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश एटीएस के हाथ आज एक बड़ी कामयाबी लगी। पिछले दिनों बंग्लादेश बॉर्डर के पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से चोरी गई दो हाइटेक बेरेटा कारबाइन एटीएस की टीम ने बरामद करने के साथ ही घटना में शामिल बीएसएफ के जवान को भी धर दबोचा।
टीम को आरोपित के पास से चोरी गई मैग्जीन और कारबाइन कवर भी मिला है। एटीएस के साथ ही खुफिया एजेंसी को शक है कि जवान के संबंध आतंकियों से हो सकते है। घटना की गंभीरता को देखते हुए फिलहाल उससे विस्तारपूर्वक पूछताछ की जा रही है।
आईजी एटीएस अरुण असीम ने बताया कि बीती 19 फरवरी की देर रात बंग्लादेश के बॉर्डर पर स्थित बीएसएफ की चौकी खेताबार कुट्टी से दो बेरेटा काबाइन, व मैग्जीन चोरी चली गई थी। इस संबंध में आईजी बीएसएफ ने यूपी एटीएस से संपर्क किया था।
छानबीन के दौरान आज आगरा निवासी चंद्रपाल सिंह के पुत्र जयपाल सिंह को गिरफ्तार करते हुए कारबाइन और मैग्जीन बरामद कर ली गयी। चंद्रपाल 2011 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था।
योजनाबद्ध तरीके से दिया था घटना को अंजाम
बीएसएफ के जवान जयपाल सिंह ने एटीएस को बताया कि उसने 18 फरवरी को एक महीने की छुट्टी ली थी। उसके बाद घर जाने की जगह वह 19 मार्च की रात पोस्ट पर गया।
घटना को अंजाम देने के लिए उसने पहले पोस्ट की लाइट का तार काट दिया। अंधेरा होने पर अपनी डुप्लीकेट चाभी से शास्त्रागार का ताला खोलकर दो कारबाइन चोरी कर ली।
बीएसएफ की वर्दी को दागदार करने वाले जयपाल सिंह का कहना है कि वह कारबाइन अपराधियों को बेचने की फिराक में था लेकिन पकड़ा गया।
दूसरी ओर जयपाल की प्लानिंग देखकर एटीएस समेत सुरक्षा एजेंसियां उसके आतंकियों से संबंध के बारे में भी पुख्ता जानकारी जुटा रही है।
आईजी एटीएस ने बताया कि घटना के खुलासे में एटीएस उपाधीक्षक मनीष सोनकर, इंस्पेक्टर आलोक सिंह, एसआई यतीन्द्र सिंह समेत अन्य लोग शामिल रहे। टीम की सफलता पर डीजीपी जावीद अहमद ने उसे इनाम देने की घोषणा की है।