आरयू संवाददाता, लखनऊ। काकोरी इलाके के रहमान खेड़ा में शनिवार को हुई एक घटना ने हर किसी को एक बार फिर “जाखो राखे साईंयां, मार सके न कोई” कहने के लिए मजबूर कर दिया। तेज रफ्तार कार के किसी खिलाने की तरह सड़क पर कलाबाजी खाने के बाद लोग अनहोनी की आशंका से कार की ओर दौड़े तो अंदर से एक दो नहीं, बल्कि एक ही परिवार के दो मासूमों समेत पांच सदस्य सही सलामत बाहर निकले। जिसके बाद सभी ने ऊपरवाले का शुक्रिया अदा किया।
ये था पूरा मामला-
बताया जाता है कि मलिहाबाद इलाके के रहीमाबाद निवासी शोएब आलम की चौक में चिकन के कुर्ते की दुकान है। कपड़ा व्यापारी आज पत्नी नगमा के अलावा सात वर्षीय बेटी नजमा व पांच साल के बेटे अलीज के अलावा भतीजे वकास (25) के साथ अपने वर्ना कार से लखनऊ शहर की ओर जा रहे थे।
तेज रफ्तार कार रहमान खेड़ा के पास पहुंचने पर एकाएक किसी वजह से पंचर हो गयी। अगला पहिया पंचर होने के साथ ही स्पीड ज्यादा होने के चलते कार एकाएक डिवाइडर से टकराने के साथ की कई बार पलटते हुए सड़क पर उल्टी होकर घिसटती चली गयी।
भीषड़ सड़क हादसा देखे आसपास मौजूद लोगों की धड़कने तेज हो गयी और कुछ ग्रामीण भागते हुए कार में फंसें लोगों को निकालने पहुंचें। हालांकि कार से एक के बाद एक कार पांच लोगों के बिल्कुल सही सलामत निकलने पर लोगों ने राहत की सांस ली। बाद में सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार को सड़क से हटवाते हुए कारसवार परिवार को उनके घर भेजा। घटना को लेकर पूरे दिन इलाके में लोग चर्चा करते रहें।