आरयू वेब टीम। अयोध्या मामले में शनिवार को सुबह 10:30 बजे सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच फैसला सुनाएगी। इस बेंच में पांच जज शामिल हैं। फैसले के लिए कल एक-नंबर कोर्ट खुलेगा। कोर्ट में सिर्फ मामले से जुड़े लोगों को आने की अनुमति मिलेगी।
फैसला सुनाने वाले पांच जजों की संविधान पीठ में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस धनंजय वाई चन्द्रचूड़ , जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं। गौरतलब है कि 16 अक्टूबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले पर सुनवाई पूरी कर ली थी। छह अगस्त से लगातार 40 दिनों तक इसपर सुनवाई हुई थी।
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बता दें कि गृह मंत्रालय अयोध्या मामले में फैसले को लेकर राज्यों को सभी संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात करने के निर्देश दिए हैं। भारत के सबसे संवेदनशील, धार्मिक और राजनीतिक मुद्दों में से एक राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ कल फैसला सुनाएगी। ये फैसला मुख्य न्यायाधीश गोगोई द्वारा उत्तर प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों से राज्य में कानून-व्यवस्था की तैयारियों को पूरा करने के घंटों बाद किया गया।
अयोध्या विवाद के फैसले के मद्देनजर शुक्रवार को अयोध्या में सुरक्षा और कड़ी हो गई। राम जन्मभूमि मंदिर की तरफ जाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए गए हैं। अब वहां से सिर्फ पैदल गुजरा जा सकेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर जिले में एक कंट्रोल रूम बनाने और लखनऊ और अयोध्या में दो हेलीकॉप्टर तैयार रखने के आदेश दिए हैं।
पूरे यूपी में पुलिस दंगों से निपटने के लिए रिहर्सल कर रही है। टेंपरेरी जेलें बना दी गई हैं। वहां जरूरत पड़ने पर गिरफ्तार लोगों को रखा जा सकेगा। वहीं इस मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा, ‘हमारी अपील है, लोग शांति बनाए रखें। हम लोग साथ होंगे आज हम पूरी दुनिया को संदेश दे रहे हैं। हम भारत के वासी हैं, जो फैसला कोर्ट करेगा वह हम मानेंगे।