आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अधिकारियों के लाख निर्देशों के बाद भी एलडीए के इंजीनियरों की कार्यप्रणाली सुधरती नजर नहीं आ रही। इसी बात से नाराज एलडीए सचिव ने बुधवार को दो इंजीनियरों का वेतन रोकने का निर्देश जारी किया है।
दरअसल, एलडीए कार्यालय में असमाजिक तत्वों व अवकाश प्राप्त होने के बाद भी कर्मचारियों द्वारा डेरा जमाने की शिकायत पर आज सचिव एमपी सिंह ने एलडीए की नई व पुरानी बिल्डिंग में निरीक्षण किया। निरीक्षण कर विभिन्न अनुभाग में उपस्थित कर्मचारियों से सचिव ने उनकी तैनाती और काम जाना।
इस दौरान सचिव को कोई असमाजिक तत्व व अवकाश प्राप्त कर्मचारी तो नहीं मिला, लेकिन बिल्डिंग की गैलरी में कबाड़, कई अनुभागों में टूटी कुर्सियों व अन्य गड़बड़ियों को देख उनका पार चढ़ गया। जिसके बाद सचिव ने बिल्डिंग अनुरक्षण का काम देख रहे जेई दीनदयाल सोनी व राकेश चौधरी का वेतन रोकने का निर्देश जारी करवा दिया।
निरीक्षण में मिलीं ये कमियां-
गैलरी में जमा था कबाड़ का ढेर-
अनुभागों में इस्तेमाल हो रहीं थीं टूटी कुर्सियां-
निर्देश के बाद भी कई अनुभागों से गायब था बोर्ड-
अभिलेखागार भी नहीं था ठीक-
हफ्ते भर का समय नहीं तो एक्सईएन पर भी कार्रवाई
उपरोक्त काम गिनाने के साथ ही सचिव ने इन्हें ठीक करने के लिए हफ्ते भर का समय मेंटेनेंस के इंजीनियरों को दिया है। सचिव के अनुसार सात दिन में काम पूरा नहीं किये जाने पर अधिशासी अभियंता अनुरक्षण पर भी कार्रवाई की जाएगी।
कल ही एलडीए उपाध्यक्ष ने जारी किया था आदेश
बताते चलें कि मंगलवार को ही एलडीए उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी ने एक आदेश जारी कर अवकाश प्राप्त कर्मचारियों के अनावश्यक रूप से एलडीए कार्यालय में बैठने पर रोक लगायी थी। कहा जा रहा था कि रिटायर्ड होने के बाद भी कुछ कर्मचारी निजी स्वार्थ के चलते एलडीए में घुसपैठ कर विभाग की छवि को धूमिल कर रहे थे। सचिव के आज के निरीक्षण को एलडीए वीसी के इस आदेश से भी जोड़कर देखा जा रहा था।