आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लॉकडाउन के बीच सूबे की राजधानी लखनऊ में गुरुवार की रात दिल दहलाने व रिश्तों को तार-तार करने वाली एक घटना होने से सनसनी मच गयी है। यहां के बंथरा थाना क्षेत्र में एक अधेड़ ने अपने बेटे के साथ मिलकर बुजुर्ग मां-बाप, छोटे भाई व भाभी समेत उनके दो मासूम बच्चों की धारदार हथियार से वारकर हत्या कर दी।
इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद दरिंदे बने बाप-बेटे खुद ही खून से सनी दरांती लेकर बंथरा थाने पहुंचें और घटना की जानकारी दी। छह लोगों की निर्मम हत्या की जानकारी लगते ही पुलिस के होश उड़़ गए। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लेते हुए घटना की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस की जांच में घटना के पीछे संपत्ति का विवाद बताया जा रहा है। घटना से ग्रामीणों में दशहत व रोष है।
मिली जानकारी के अनुसार बंथरा के गोदौली गांव निवासी अमर सिंह ने अपने दो बेटों अजय और अरुण के बीच करीब 15 साल पहले संपति का बंटवारा किया था। जिससे अजय संतुष्ट नहीं था।
लॉकडाउन के दौरान पसरे सन्नाटे के बीच आज रात करीब आठ बजे अजय अपने 21 वर्षीय बेटे अवनीश को लेकर पिता अमर सिंह के घर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर लखनऊ-उन्नाव बॉर्डर के पास विशुन खेड़ा गांव पहुंचा। जहां खेत में मौजूद पिता कुछ समझ पाते इससे पहले ही अमर सिंह पर गर्दन व अन्य जगाहों पर दरांती से ताबड़तोड़ वारकर दोनों ने उनकी हत्या कर दी।
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बेटे के साथ मिलकर बाप की हत्या करने के बाद अजय अवीनश को लेकर बंथरा के विशुन खेड़ा पहुंचा। यहां उसका छोटा भाई अरुण सिंह (45) अपनी पत्नी रामसखी (40) के अलावा 10 वर्षीय बेटे सौरभ व चार साल की बेटी सारिका के साथ खेत में काम करने के बाद घर लौट रहा था।
पुलिस के अनुसार हैवान बने बाप-बेटे ने खेत के पास ही एक बाग में परिवार को घेर लिया और पति-पत्नी समेत दोनों मासूम बच्चों पर भी धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वारकर उन्हें मार डाला। इस दौरान अजय ने अपने भाई को तमंचे से गोली भी मारी। पूरे घटनाक्रम के दौरान मासूमों समेत पूरा परिवार खुद को छोड़ने की गुहार लगाता रहा, लेकिन हैवान बनें बाप बेटे ने किसी की एक न सुनी।
अपने ही पांच लोगों की हत्या करने के बाद भी बाप-बेटे का मन नहीं भरा तो दोनो घर पहुचें। जहां अजय की 68 वर्षीय मां रामदुलारी झाड़ू दे रही थी। दोनों ने उसकी भी गर्दन पर दरांती से वारकर जान ले ली। उन्नाव बार्डर से लेकर बंथरा के बाग व घर तक अपनों के ही खून से होली खेलने के बाद ग्रामीणों से खुद को घिरता देख बाप-बेटे खून से सनी दरांती और तमंचा लेकर बंथरा थाने पहुंचें और घटना की जानकारी दी।
छह निर्मम हत्याओं की जानकारी लगते ही पुलिस के भी हांथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में बाप बेटे को हिरासत में लेने के साथ ही पुलिस ने पूछताछ शुरू की। वहीं घटना की जानकारी लगते ही कुछ ही देर में मौके पर पुलिस कमिश्नर सुजीत कुमार पांडेय समेत पुलिस के तमाम अधिकारियों व फॉरेंसिक की टीम ने घटनास्थलों का निरीक्षण किया। देर रात तक पुलिस शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाने के साथ ही आरोपित बाप-बेटे से पूछताछ कर रही थी।
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बंथरा पुलिस के अनुसार शुरूआती पूछताछ में अजय ने अपने पिता पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके बहू रामसखी से अवैध संबंध थे। जिसके चलते खेत की कमाई का पूरा पैसा वह अपनी बहू पर ही खर्च कर देते थे। इसके अलावा खेत बेचकर भी उन्होंने रामसखी को पूरा पैसा दे दिया था। सहायता मांगने पर भी मेरी मद्द नहीं की जा रही थी, जबकि वर्तमान में मैं पाई-पाई का मोहताज हो गया हूं। अजय बंथरा पुलिस से यह भी बताया कि उसे डर था कि भविष्य में भी उसके पिता पूरी संपत्ति उसके भाई को दे देंगे। इन्हीं कारणों से तंग आकर आज मैनें सबकी हत्या कर दी है।
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पुलिस कमिश्नर सुजीत कुमार पांडेय ने बताया कि पिता की जहां हत्या की गयी है। वह एरिया उन्नाव की सीमा में आता है, जबकि पांच लोगों की हत्या बंथरा इलाके में हुई है। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों बाप-बेटे थाने पहुंचे थे। जहां विभिन्न बिंदुओं पर दोनों से गहनता से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस की भूमिका पर भी उठ रहें सवाल
वहीं इस हत्याकांड के पीछे पुलिस की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहें हैं। ग्रामीणों का कहना था कि अमर सिंह के परिवार का विवाद बंथरा थाने भी पूर्व में पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की जिसके चलते आज इतनी बड़ी घटना हो गयी। वहीं ग्रामीण इस बात को लेकर भी सवाल उठा रहे थे, लॉकडाउन के चलते हर कोई घर में था, जबकि बाप-बेटे घूम-घूमकर अपने ही परिवारवालों की हत्या करते रहें, लेकिन रास्ते में पुलिस उन्हें कहीं भी रोकने में कामयाब नहीं हो सकी।