आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने 49वें जन्मदिन व विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास पर पौधरोपण किया। मैं इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ की बधाई दी। साथ ही कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस है, प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण करके ही हम न केवल जीव सृष्टि की रक्षा कर पाएंगे, अपितु एक सुखद और आनंददायक जीवन प्रत्येक जीव-जंतु को देने में सफल हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं विश्वास व्यक्त करता हूं कि यह पर्यावरण संरक्षण का संदेश हम सबको अपने पर्यावरण को अधिक से अधिक संरक्षित करने और प्रकृति के संग समन्वय बनाने की प्रेरणा प्रदान करेगा।
सीएम योगी ने आगे कहा कि ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के अवसर पर हम अपने पर्यावरण की रक्षा करके प्रकृति के साथ कैसे समन्वय स्थापित कर सकते हैं इसकी प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं। आज जो वैश्विक महामारी कोरोना का संकट आया है इसने हमारे सामने ऐसी परिस्थितियां ला दी हैं और प्रत्येक नागरिक को सोचने के लिए मजबूर किया है कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ करके हम पर्यावरण को जितनी क्षति पहुंचाएंगे उसकी कीमत हमें चुकानी पड़ेगी।
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मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विगत तीन वर्षों के दौरान वृक्षारोपण कार्यक्रमों में प्रत्येक वृक्ष को जियो टैग करना व उसके संरक्षण की व्यवस्था करना, प्रदेश के वनाच्छादन को बढ़ाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति अधिक से अधिक जागरूक कर प्रकृति के संग रहने के लिए आगे बढ़ना यही आज का संदेश है।
इमारती लकड़ियों से संबंधित वृक्षों को लगाकर…
वहीं मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि फलदार, छायादार और इमारती लकड़ियों से संबंधित वृक्षों को लगाकर 25 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य के साथ यूपी सरकार वर्तमान में कार्य कर रही है। साथ ही यह भी लक्ष्य रखा गया है कि वन महोत्सव का कार्यक्रम एक जुलाई से लेकर सात जुलाई के बीच में होगा। वन विभाग के साथ सभी विभागों की बैठक मैंने ली है। हमारे वन मंत्री भी निरंतर बैठक ले रहे हैं।
30 करोड़ से अधिक पौधारोपण
इसके साथ ही हम लोगों ने लक्ष्य रखा है कि पूरे प्रदेश में इस पूरे सीजन में हम लोग तीस करोड़ से अधिक पौधारोपण के कार्यक्रम को वन विभाग के माध्यम से करने का भी कार्य करेंगे। इतना ही नहीं, जो किसान अपने पूरे खेत में फलदार पौधा लगाएंगे और किसी भी केमिकल फर्टिलाइजर और पेस्टीसाइड आदि का प्रयोग नहीं करेंगे उन्हें प्रतिवर्ष महीने के हिसाब से प्रति एकड़ के लिए सब्सिडी देने की व्यवस्था की गई है।
तटवर्ती क्षेत्र में फलदार पौधे
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मां गंगा के तटवर्ती क्षेत्र में व्यापक पौधारोपण के एक वृहद अभियान को हाथ में लेकर जो किसान मां गंगा के तटवर्ती क्षेत्र में फलदार वृक्ष अपने खेत की मेड़ पर लगाएंगे उन्हें निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं उत्तर प्रदेश में जैविक खेती को आगे बढ़ाने के लिए हमारी कार्ययोजना बनकर तैयार है। ‘नमामि गंगे परियोजना’ के माध्यम से मां गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए जो कार्य विगत पांच वर्षों के दौरान हुए हैं, आज उनके परिणाम हम सबको सामने देखने को मिल रहे हैं।