आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लॉकडाउन-5 के दौरान उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पड़ोसी जिले बाराबंकी में शुक्रवार को दिल दहलाने वाली एक घटना सामने आयी है। बाराबंकी के सफेदाबाद कस्बे में एक युवक ने आर्थिक तंगी के चलते अपने तीन मासूम बच्चों व पत्नी की हत्या करने के बाद खुद फांसी लगाकर जान दे दी।
आज एक मकान में पांचों का शव मिलने से हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी पाकर स्थानीय बाराबंकी कोतवाली पुलिस के अलावा एसपी व डीएम समेत अन्य अधिकारियों के अलावा फिंगर प्रिंट व डॉग स्कावॉएड की टीम ने पहुंचकर अपने-अपने स्तर से मामले की जांच की।
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छानबीन के दौरान पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आर्थिक तंगी व परिवार को कोई सुख नहीं दे पाने की बात लिखी गयी थी। घटना से मृतकों के परिजनों में रोना-पीटना मचा था, पुलिस पांचों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाने के साथ ही घटना की विभिन्न बिन्दुओं पर जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार सफेदाबाद कस्बा निवासी मोहन शुक्ला का बेटे विवेक शुक्ला पिता के घर के पास में ही पत्नी अनामिका व दो बेटियों पोयम (दस साल) , ऋतु (सात साल) और पांच वर्षीय बेटे बबल के साथ रहता था।
पिछले दो दिनों से परिवार के किसी भी सदस्य को घर से बाहर नहीं निकलने पर बगल में ही रहने वाली विवेक की मां ने छत से झांककर देखा तो उनकी चीख निकल गयी। नीचे रस्सी के फंदे के सहारे जंगले से विवेक की लाश लटक रही थी।
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मां की चीख-पुकार सुन विवेक के भाई मोहित अन्य परिजनों के साथ किसी तरह कमरे में पहुंचा तो बेड पर दो बच्चों व पत्नी का शव, जबकि वहीं रखी दीवान पर तीसरे बच्चे की लाश पड़ी थी। चारों के शरीर पर धारदार हथियार से वार के निशान थे। शवों की स्थिति देखकर घटना के डेढ़ से दो दिन पहले ही घटित होने का अनुमान लगाया जा रहा था। समझा जा रहा था कि पत्नी व बच्चों की हत्या करने के बाद विवेक ने फांसी लगाकर खुद भी जान दे दी होगी।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें आर्थिक तंगी के अलावा परिवार को किसी प्रकार का सुख दे पाने असमर्थता जाहिर करने के साथ ही कर्ज की भी बात लिखी गयी थी। अंग्रेजी में लिखे गए इस सुसाइड नोट के नीचे पति के साथ पत्नी अनामिका के भी हास्तक्षर थे।
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इससे अनुमान लगाया जा रहा था कि मां-बाप से अलग रह रहे दंपत्ति ने विपरीत परिस्थितियों से हार मानकर बच्चों समेत दुनिया छोड़ने का एक साथ फैसला लिया होगा। जिसके बाद दंपत्ति ने तीनों बच्चों को सोते समय मौत के घाट उतारा होगा, और फिर विवेक ने अनामिका की भी हत्याकर फांसी लगा ली है। हालांकि पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेते हुए इसकी फॉरेंसिक जांच कराने व पीएम रिपोर्ट आने पर पूरी स्थिति स्पष्ट होने काा अंदेशा जता रही थी।
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सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस के अधिकारी कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहे थे। एसपी बाराबंकी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने मीडिया को बताया पांच लोगों के सुसाइड करने की पुलिस को सूचना मिली थी, मौके से पांचों शवों को बरामद कर लिया गया है। विवेक शुक्ला मां-बाप से अलग पत्नी बच्चों के साथ रहते थे। मोहन शुक्ला ने पुलिस को बताया है कि परिवारिक परिस्थितियों की वजहें से विवेक के परिवार से उन लोगों का कोई संबंध नहीं था। घटना की विभिन्न बिन्दुओं पर जांच की जा रही है।
दो दिन से घर में पड़ी थी पांचों की लाश!
दूसरी ओर इंस्पेक्टर बाराबंकी ने बताया कि घटना करीब दो दिन पुरानी लग रही है, शव काफी फूल गए थे। लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है, रिपोर्ट आने पर ही पांचों की मौत की वजहें और समय की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
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विरोध के बाद भी विवेक ने की थी लव मैरिज
वहीं मौके पर जुटे लोगों का कहना था कि परिवार के विरोध के बावजूद विवेक शुक्ला ने दूसरी जाति कि अनामिका से लव मैरिज की थी। जिसके बाद से ही विवेक के परिवार से संबंध पूरी तरह से ठीक नहीं चल रहे थे। परिवार पालने के लिए वह मोबाइल का काम करता था, हालांकि उसमें घाटा होने के चलते बाद में विवेक ने गैराज शुरू किया किया था, लेकिन लॉकडाउन में काम पूरी तरह से बंद हो जाने के बाद उसपर खर्चें व कर्जें का बोझ बढ़ता चला गया होगा और अंत में उसने खुद समेत अपनी पूरे परिवार को खत्म करने का फैसला किया होगा। विवेक द्वारा उठाए गए इस दिल दहलाने वाले कदम के बाद उसके बूढ़े-मां बाप समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।