आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार व पुलिस की तमाम मुस्तैदी के दावों के बीच आठ पुलिसकर्मियों को हत्या के मुख्य आरोपित विकास दुबे का मध्य प्रदेश के उज्जैन में पकड़ा जाना अब यूपी सरकार के लिए परेशानी का सबब बनता दिख रहा है।
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कानपुर मुठभेड़ में शहीद हुए सीओ के परिवार के सवाल उठाने के बाद अब पांच लाख के ईनाम विकास दुबे के आज उज्जैन तक पहुंचने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि अलर्ट के बाद भी विकास दुबे का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है, बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा कर रहा। यूपी सरकार इस पूरे मामले की सीबीआइ जांच कराए।
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प्रियंका ने आज विकास दुबे के पकड़े जाने के बाद ट्विट कर कहा कि, “कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है।
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वहीं एक अन्य ट्विट में कांग्रेस महासचिव ने कानपुर गोलीकांड में शहीद हुए सीओ के वायरल हुए पत्र का हवाला देते हुए लिखा कि, तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की सीबीआइ जांच कराकर सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगजाहिर करना चाहिए।