आरयू ब्यूरो, लखनऊ। धार्मिक भावना भड़काने के मामले में गिरफ्तार किए गए पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अयूब पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गयी है।
डॉ. अयूब पर आरोप है कि उन्होंने मीडिया के माध्यम से विवादित सामग्री प्रकाशित कराई थी, जिसके बाद से कई मौलाना नाराज हो गए थे और राजधानी लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में शांति-व्यवस्था प्रभावित होने लगी थी। सुरक्षा के लिहाज से अलग-अलग इलाकों में पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। इसके बाद आरोपित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर हजरतगंज पुलिस ने 31 जुलाई को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। सोमवार को इस मामले में जिला प्रशासन ने रासुका की कार्रवाई को मंजूरी दी है।
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इस मामले में पुलिस का कहना है कि पीस पार्टी अध्यक्ष द्वारा विवादित सामग्री प्रकाशित कराने से समाज के कई वर्गों में आक्रोश व्याप्त हो गया था। लोग सड़कों पर उतर गए थे, जिन्हें किसी तरह शांत कराया गया। माहौल बिगड़ने से पहले ही आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आरोपित के अन्य साथियों के बारे में पता लगाया जा रहा है।
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उल्लेखनीय है कि 31 जुलाई को हजरतगंज कोतवाली में पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक डॉ. अयूब के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने, 7 क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट एक्ट और आइटी एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। वहीं, रात को बड़हलगंज स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था।