गायत्री के बाद पीस पार्टी अध्‍यक्ष अय्यूब पर रेप समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज

Dr Ayub

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। हाल ही में गायत्री प्रजापति पर रेप और उत्‍पीड़न का मामला दर्ज होने के बाद आज एक दूसरे मामले में पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अय्यूब पर 22 वर्षीय युवती से बलात्‍कार करने समेत अन्‍य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

एसएसपी मंजिल सैनी के निर्देश के बाद मृतका के भाई की तहरीर पर मडि़यांव पुलिस ने धारा 376 च, 304 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अय्यूब के शोषण की शिकार युवती की बीती रात ट्रामा सेंटर में इलाज के बाद मौत हो जाने के बाद डॉक्‍टरों की टीम ने आज उसका पोस्‍टमॉर्टम किया।

एसपी ट्रांस गोमती दुर्गेश कुमार ने बताया कि मामला काफी पुराना है, जांच शुरू करने के साथ ही पुलिस साक्ष्‍य इकट्ठा कर रही है।

जानकारी के मुताबिक मूल रूप से संतकबीरनगर स्थित एक गांव के रहने वाले रामू और उनकी मां सुनीता ट्रॉमा सेंटर में अपनी 22 वर्षीय बेटी रीना (सभी नाम काल्पनिक) का इलाज करवा रहे थे। यहां बीती रात लड़की की इलाज के दौरान मौत हो गई।

रामू ने बताया कि 2012 में पीस पार्टी की जनसभा में वह लोग गए थे। साथ में रीना भी थी। पढ़ाई में काफी तेज रीना उस समय हाईस्‍कूल में थी। बहन से मिलने के बाद अय्यूब ने कहा कि रीना पढ़ाई में अच्‍छी है उसे डॉक्‍टर बनाओं। पीस पार्टी अध्‍यक्ष के झांसे में आए उन लोगों ने रीना को उन्‍हीं के पास पढ़ने के लिए भेज दिया।

कुछ समय बाद ही अय्यूब ने बेटी का यौन शोषण शुरू कर दिया। बेटी ने घरवालों को यह बात बदनामी के डर से नहीं बताई थी। इस दौरान अय्यूब ने रीना के साथ रेप करने के साथ ही हानिकारक दवाएं भी उसे खिला दी।

गलत दवे के असर से रीना की तबियत खराब रहने लगी। जानकारी होने पर घरवालों ने  रीना का परीक्षण कराया तो जांच में बेटी की किडनी में पथरी होने की जानकारी मिली।

आरोप है कि इसके बाद भी अय्यूब ने बेटी को उल्‍टी-सीधी दवाएं दीं, गलत दवाएं खाने से बेटी को पिछले 8 माह से रक्तस्‍त्राव हो रहा था। इलाज कराने के नाम पर अय्यूब खुद इलाज करता रहा। कुछ दिन पहले उसे राजधानी के ही एक निजी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था जहां बहुत ज्‍यादा हालत गंभीर होने पर कल डॉक्‍टरों ने उसे ट्रामा रेफर कर दिया था। रात में उपचार के दौरान रीना की मौत हो गई।

इस पूरे मामले पर आरोपित डॉ. अय्यूब का दावा है कि यह समाजवादी पार्टी की साजिश है। इस बार वह खलीलाबाद विधानसभा क्षेत्र से मजबूती के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। यहां 27 फरवरी को पांचवे चरण का मतदान होना है इससे पहले ही सत्‍ताधारी दल ने छवि खराब करने के लिए ऐसा किया है।

उन्‍होंने बताया कि 2012 के विधान सभा चुनाव में भी ऐसी हवा उड़ी थी। तब एक अन्‍य लड़की ने ऐसे ही गंभीर आरोप लगाए थे। जांच में मामला पूरी तरह से फर्जी पाया गया था।