आरयू वेब टीम। बुधवार शाम एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आयी है। सीबीआइ के पूर्व डायरेक्टर और पूर्व राज्यपाल अश्वनी कुमार (69) ने खुदकुशी कर ली। उन्होंने शिमला के ब्रॉकहॉर्स स्थित अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी।
अश्वनी कुमार सीबीआइ चीफ रहने से पहले हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी भी रह चुके थे। बाद में उन्होंने नागालैंड के राज्यपाल पद की जिम्मेदारी संभाली इसके अलावा वह कुछ समय तक मणिपुर के भी राज्यपाल रहे थे।
अश्वनी अभी शिमला में एक निजी विश्वविद्यालय के कुलपति थे। अधिकारियों ने बताया कि 1973 बैच के आइपीएस अधिकारी कुमार का शव बुधवार शाम में शिमला स्थित उनके आवास में फंदे से लटका मिला।
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हिमाचल प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक अश्वनी कुमार के फिलहाल आत्महत्या के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है। स्थानीय थाना छोटा शिमला की पुलिस व तमाम अधिकारी उनके जान देने की वजहें तलाश रहें हैं।
इस संबंध में शिमला के एसपी मोहित चावला ने मीडिया को बताया है कि मणिपुर और नागालैंड के पूर्व राज्यपाल और पूर्व सीबीआइ डायरेक्टर अश्वनी कुमार ने अपने आवास पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
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वह अगस्त 2006 से लेकर जुलाई 2008 तक हिमाचल प्रदेश के डीजीपी भी थे। इसके बाद उन्हें सीबीआइ का चीफ नियुक्त किया गया था। इस पद पर अश्वनी कुमार दो अगस्त 2008 से 30 नवंबर 2010 तक रहे।