आरयू वेब टीम। मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। आदर्श आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन करने के कारण शुक्रवार को चुनाव आयोग ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा छीना।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा हट जाने के बाद अब यदि कमलनाथ अपने किसी भी प्रत्याशी के लिए प्रचार करने जाते हैं तो पूरा खर्च उस उम्मीदवार द्वारा वहन किया जाएगा, जिसके निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार किया गया है। चुनाव आयोग ने आज ये जानकारी दी।
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बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान एक विधायक को तय सीमा के अंदर खर्च करना होता है। हाल ही में विधानसभा चुनावों के लिए यह राशि 28 लाख रुपये से बढ़ाकर 30.8 लाख रुपये कर दी गई है। 20 लाख रुपये खर्च की सीमा वाले राज्यों में 22 लाख रुपये तक की बढ़ोतरी होगी।
वहीं किसी पार्टी के स्टाप प्रचारक के खर्च को पार्टी वहन करती है लेकिन अब कमलनाथ के मामले में वो खर्च उस प्रत्याशी को वहन करना होगा, जिसके लिए प्रचार करेंगे और वह प्रत्याशी अपनी तय सीमा से अधिक खर्च नहीं कर सकता है।
इससे पहले चुनाव आयोग ने सोमवार को कहा कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा की महिला उम्मीदवार के खिलाफ ‘आइटम’ शब्द का इस्तेमाल कर प्रचार के संबंध में उसके परामर्श का उल्लंघन किया। आयोग ने कांग्रेस नेता को आदर्श आचार संहिता की अवधि में सार्वजनिक तौर पर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी थी।