आरयू रिर्पोटर
लखनऊ। मंगलवार को माल एवेन्यु इलाके के चिल्ड्रेन एकेडमी के कक्षा सात के छात्र यश की संदिग्ध हाल में हुई मौत ने शुक्रवार को नया मोड़ ले लिया। एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर यश के परिवारवालों ने बताया कि केजीएमयू की मॉच्युरी में पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टर स्कूल का पक्ष लेने के साथ ही परिवारवालों को ही मौत का दोषी साबित करने पर तुले थे। यश के पिता नरेश कुमार केसरवानी का कहना था कि उनको पूरी संभावना हैं कि स्कूल प्रबंधन मॉच्युरी के कर्मचारियों और डॉक्टरों से मिलकर पोस्टमार्ट रिपोर्ट बदलवा सकता है। अगर रिपोर्ट बदली गई तो वह लोग यश की लाश कब्र से निकलवाकर दोबारा पीएम कराएंगे। उन्होंने कहा हम लोग इस बारे में शिकायत करने गुरुवार और शुक्रवार को एसएसपी के यहां भी गए थे, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी।
परिवार और स्कलू प्रबंधन के बीच की बात कैसे पहुंची डॉक्टर तक
परिजनों का कहना था कि जो बात उनके और स्कूल प्रबंधन के बीच हुई वह भी मॉच्युरी में बैठे डॉक्टर जान रहे थे। नरेश केसरवानी ने कहा कि पीएम के बाद डॉक्टर हम लोगों को बुलाकर बच्चे को खाली पेट स्कूल भेजने की बात कहने लगे। उसके बाद उन्होंने वह बातें बताई जो उनकी स्कूल प्रबंधन से मोबाइल पर हुई थी। इस आधार पर जब उन्होंने डॉक्टर से पूछा कि क्या आपका स्कूल से किसी प्रकार का संवाद हुआ हैं, जो आप यह बात जानते हैं तो डॉक्टर चुप्पी साध गया। नरेश केसरवानी ने यह भी सवाल उठाया कि क्या परिजनों से पूछकर डॉॉक्टर पोस्टमॉर्टम रिर्पोट बनातेे है।
कही मॉच्युरी में तो नहीं बदली जा रही पीएम रिर्पोट !
लापरवाही और लाश के बदले वसूली को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाली केजीएमयू की मॉच्युरी में कही बड़ा खेल तो नहीं चल रहा है। पीडि़त परिवार की बातों पर गौर करे तो सवाल उठना लाजमी है कि पोस्टमार्टम हाउस में कही विसरा और पीएम रिपोर्ट तो नहीं बदला जा रहा है।
स्कूल कर्मचारी ने रिक्शेवालें से कहा था यश को ले जाओ घर
परिजनों ने बताया कि यश की हालत बिगड़ने पर स्कूल के कर्मचारी उसे अस्पताल भेजने की जगह रिक्शे से घर भेजने के लिए चालक रामू पर दबाव डाल रहे थे। रामू ने इसका विरोध किया तो स्कूल प्रबंधन ने उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद यश को मृत घोषित कर दिया। स्कूल प्रबंधन की यह संदिग्ध हरकत परिजनों के सामने गुरुवार को यश के रिक्शेवालें रामू से बातचीत करने पर उजागर हुई। घरवालों ने कहा कि वह एसएसपी से रामू का बयान कराने की बात भी कहेंगे।
एकलौता बेटा खो दिया, लेकिन जैसा मेरे साथ हुआ किसी के साथ न हो
नरेश केसरवानी ने बताया कि यश उनका एकलौता और लाडलाा बेटा था, लेकिन संदिग्ध हाल में उसकी भी मौत हो गई। उसके जाने के साथ ही बुढ़ापे की लाठी भी चली गई। मेरा बेटा स्कूल की लापरवाहियों की भेंट चढ़ गया। बेटे की मौत से पर्दा हटाने के लिए वह संघर्ष करते रहेंगे, ताकि जो उनके साथ हुआ किसी दूसरे पिता के साथ न हो।
क्या था पूरा मामला
नरही निवासी नरेश कुमार केसरवानी का 13 वर्षीय पुत्र यश माल एवेन्यु इलाके के चिल्ड्रेन एकेडमी के कक्षा सात का छात्र था। मंगलवार को रोज की तरह यश स्कूल गया था। जहां उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिवारवालों के संदेह पर अगले दिन शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। एसओ गौतमपल्ली ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ नहीं होने के चलते विसरा प्रिर्जव किया गया है। घरवालों को किसी प्रकार की शंका होगी तो विसरे की जांच किसी दूसरे लैब में कराई जाएगी।