आरयू ब्यूरो, लखनऊ। तेज गर्मी के बीच पिछले दिनों मौसम के बदले तेवर ने लोगों को राहत दी है। वहीं पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय दबाव के चलते उत्तर प्रदेश में आने वाले दिनों में आंधी-पानी का सिलसिला बना रहेगा। मौसम निदेशक जेपी.गुप्त के अनुसार वैसे तो यह पश्चिमी विक्षोभ मई के महीने में सक्रिय होते थे जो मानसून आने से पहले तक चलते थे मगर इस बार इनकी शुरुआत अप्रैल में ही हो गई।
मौसम निदेशक ने बताया कि अगले दो तीन दिन प्रदेश में मौसम साफ रहेगा, उसके बाद फिर आंधी-बारिश के आसार हैं। उन्होंने शुक्रवार को पश्चिमी यूपी के उत्तरी क्षेत्र में कहीं-कहीं आंधी-पानी की आशंका जताई है।
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बुधवार की रात प्रदेश के कई हिस्सों में तेज आंधी और बारिश की वजह से गेहूं की तैयार होती फसल को काफी नुकसान होने की खबर है। मौसम निदेशक के अनुसार बुधवार की रात आयी आंधी की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की थी। इस अवधि में सबसे अधिक तीन-तीन सेण्टीमीटर बारिश लखनऊ, बाराबंकी, गोण्डा और सीतापुर में रिकॉर्ड की गई।
इसके अलावा बाराबंकी के सिरौली गौसपुर, महाराजगंज के फरेंदा, बलिया, श्रावस्ती के कतर्नियाघाट, उन्नाव के सफीपुर, बरेली के नवाबगंज और मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में दो-दो से.मी.बारिश दर्ज की गयी। इस आंधी पानी की वजह से बुधवार की रात और गुरुवार को दिन के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई।