आरयू ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार ने सीबीआइ बोर्ड की तर्ज पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की 12वीं की परीक्षा भी रद्द कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद ये फैसला लिया। बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री ने गुरुवार को राज्य सरकार के इस फैसले के बारे में बताया।
बैठक के बाद डिप्टी सीएम ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, “कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में कुछ समय लग सकता है। इस वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने अलग-अलग प्रदेशों की समीक्षा की थी, जिसके बाद केंद्र सरकार ने सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। आज हमने यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया है। छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। सौ साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुई है जब यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी हो।”
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साथ ही दिनेश शर्मा ने बताया कि 10वीं कक्षा में जिस तरह नंबरों का फॉर्मूला रखा गया है वो ही फॉर्मूला 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए अपनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 9वीं कक्षा के नंबर और 10वीं कक्षा के प्री बोर्ड के नंबर के औसत के आधार पर 10वीं के छात्रों को अंक दिये जाएंगे। अगर प्री बोर्ड के या 9वीं के नंबर नहीं होगे तो भी छात्र को प्रमोट किया जाएगा। भविष्य में छात्र के पास रेगुलर परीक्षा में बैठने का विकल्प भी होगा।
वहीं मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘कोविड महामारी की वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि वर्तमान शैक्षिक सत्र में माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा।’