आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बसपा से निष्काषित होने पर विधायक लालजी वर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। नेता लालजी वर्मा ने कहा कि कोरोना से संक्रमित होने के कारण वह पंचायत चुनाव में सक्रिय नहीं हो सके थे, लेकिन वह पार्टी से निकाले जाने के बाद भी वफादार सिपाही के रूप में काम करते रहेंगे और उनका किसी अन्य दल में जाने का कोई इरादा नही है।
वहीं बसपा से निकाले जाने के बाद अपने अगले कदम के बारे विधायक ने कहा, ‘‘मैं बहन जी से मिलने की कोशिश कर रहा हूं, ताकि उनकी गलतफहमी दूर की जा सके। बहन जी से मिलकर उन्हें बताऊंगा कि बीमार होने के कारण पंचायत चुनाव में मेरी सक्रिय भागीदारी नहीं रही। वैसे यह बात उन्हें मालूम है।’’
लालजी वर्मा ने आगे कहा कि कहा, ”मुझे खुद नहीं समझ में आ रहा है कि मुझे पार्टी से क्यों निकाला गया है? जिला पंचायत के चुनाव के दौरान में कोरोना से पीड़ित होकर राजधानी के संजय गांधी आर्युविज्ञान संस्थान में 14 दिन भर्ती था, ऑक्सीजन सपोर्ट पर था, अपना इलाज करा रहा था। इलाज के दौरान मायावती ने मुझे फोन कर मेरा हाल-चाल लिया और आराम करने की सलाह दी।
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वहीं किसी अन्य पार्टी के संपर्क में होने की चर्चा पर बसपा नेता ने कहा कि, ‘‘समाजवादी पार्टी या किसी अन्य राजनीतिक दल में जाने का कोई विचार नहीं है। मैं बसपा का वफादार सिपाही हूं और हमेशा पार्टी के लिये ही काम करूंगा। इससे पहले कई बार कई दलों ने मुझे बुलाने की कोशिश की, लेकिन मैं नही गया तो अब क्या जाऊंगा, किसी अन्य पार्टी में जाने के बारे में कभी सोचा ही नहीं है।”
बसपा द्वारा जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक आंबेडकरनगर की कटेहरी सीट से विधायक लालजी वर्मा और आंबेडकरनगर के ही अकबरपुर क्षेत्र से विधायक और बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर को हाल में संपन्न पंचायत चुनावों के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में तत्काल प्रभाव से बसपा से निष्कासित कर दिया गया है।