आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियां अभी से जुट गई हैं। इस बीच शनिवार को आम आदमी पार्टी के नेता व सांसद संजय सिंह और अखिलेश यादव की मुलाकात की खबर ने राजनीतिक सरगर्मी का पारा चढ़ा दिया है। वहीं लोग दोनों पार्टियों में गठबंधन के कयास लगा रहे हैं।
आप सांसद आज अखिलेश यादव से मिलने जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट ऑफिस पहुंचे। यहां दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक मीटिंग हुई। संजय सिंह और अखिलेश यादव की मुलाकात की खबरों के बाद से यूपी की सियासी हलचल तेज हो गई। हालाकि संजय सिंह ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया है।
इस मुलाकात के बाद राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह का बयान सामने आया है। संजय सिंह ने बताया कि यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के जन्मदिन के दिन मैं यहा पर था नहीं। तो आज उनको जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं देने के लिए आया था। ये शिष्टाचार भेंट थी।
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संजय सिंह ने आगे कहा कि निश्चित रुप से यूपी में जो कुछ भी पंचायत चुनाव में घटित हो रहा है उसके बारे में भी बातचीत की। कहा कि 25-25 जिला पंचायत अध्यक्ष अगर उत्तर प्रदेश में निर्विरोध चुने जा रहे है तो इसका मतलब इस चुनाव का सरकार ने अपहरण कर लिया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए आज उत्तर प्रदेश में चुनाव है, ऐसे में दोनों नेताओं की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। साथ ही कयासों का दौर भी जारी हो गया है।
बता दें कि आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी सक्रियता बढ़ाने में लगातार जुटी हुई है। किसान आंदोलन से लेकर राम मंदिर के मसले पर आप नेता संजय सिंह ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था। हाल ही में उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था, चुनाव आते ही अम्बेडकर जी और राष्ट्रपति जी दोनों भाजपा को याद आ गए लेकिन श्री राम जन्म भूमि के शिलान्यास में राष्ट्रपति जी क्यों नहीं याद आये?