आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में 403 में से चार सौ सीटें जीतने की उम्मीद के साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज सपा मुख्यालय से जनेश्वर मिश्र पार्क तक साइकिल यात्रा निकाली। जनेश्वर मिश्र की जयंती के उपलक्ष्य में निकाली गयी यात्रा में यूपी का ये जनादेश, आ रहें हैं अखिलेश के नारे के साथ हजारों की संख्या में सपा के युवा नेता व कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। आज यूपी का यह जनादेश… के साथ ही एक अन्य नए नारे नई हवा है, नई सपा है, बुजुर्गों का हाथ, युवा का साथ के नए नारे को भी सपाईयों ने जमकर बुलंद किया।
सपा मुख्यालय से शुरू हुई साइकिल यात्रा लोहिया पथ, 1090 चौराहे लोहिया व दयाल चौराहे से होते हुए जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंचकर समाप्त हुई। पार्क में अखिलेश यादव ने जनेश्वर मिश्र की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।
करीब छह किलोमीटर लंबी अखिलेश की साइकिल यात्रा में युवाओं का जोश देखते ही बनता था। अपने नेता को अपने बीच पाकर सपा नेता व कार्यकर्ताओं में अखिलेश से हाथ मिलाने की भी होड़ लगी थी, हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने घेरा बनाकर अखिलेश तक हर किसी को नहीं पहुंचने दिया। यात्रा के दौरान जहां अखिलेश का जगह-जगह स्वागत किया गया। वहीं सपा सुप्रीमो ने भी हाथ हिलाकर व अपने अंदाज में समर्थकों व अन्य लोगों का हौसला बढ़ाया।
यात्रा शुरू होने से पहले आज अखिलेश ने सपा मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि योगी भाजपा सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही, जिससे जनता में सरकार के प्रति बहुत नाराजगी है। भाजपा को इस बार प्रत्याशी ढ़ूंढे नहीं मिलेंगे। जनता में इतनी नाराजगी है कि हो सकता है सपा 350 के बजाए 400 सीटें जीत जाए। उन्होंने कहा कि जनता को कंफ्यूज करते-करते भाजपा खुद कंफ्यूज हो चुकी है। तभी अपनी पार्टी में अपराधियों का स्वागत कर रही है और जिस जनता ने भाजपा पर भरोसा जताया था उसी के जासूसी कर रही है।
सपा पर संकट आने पर बड़ी मजबूती से साथ खड़े होते थे जनेश्वर मिश्र
वहीं छोटे लोहिया को याद करते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि जनेश्व मिश्र पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। आज उनके जन्मदिवस पर सपा मंहगाई, बेरोजगारी और कृषि के नए कानूनों के विरूद्ध सड़क पर उतरी है। सपा पर जब संकट आता था तब जनेश्वर मिश्र बड़ी मजबूती से पार्टी के साथ खड़े होते थे।
…भाजपा सरकार ही नंबर वन
योगी सरकार के नंबर होने के दावे पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार विज्ञापनों में नंबर वन है, वह कुपोषण, गंगा किनारे लाशों को लकड़ी न देने में, गंगा में लाश बहाने में, दफन लाशों का कफन उतारने में, चिताओं को जलाने में नंबर वन है।
इसके अलावा रेत में लाशें दबाने में, दवा की कालाबाजारी में, बिना इलाज मौते होने, युवाओं का भविष्य बर्बाद करने, महिलाओं की असुरक्षा, फर्जी एनकाउंटर, हिरासत में मौतों के मामले शिक्षक, अभ्यर्थियों, को पीटने, 16 सौ शिक्षकों को मौत के मुहाने में भेजने, न्यायालय के आदेश न मानने, अस्पतालों में बेड न दे पाने, ऑक्सीजन की कालाबाजारी, किसानों से झूठे वादे करने व अपने वादों से पलटने में भी भाजपा सरकार ही नंबर वन है।
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इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी के अलावा सपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल अरविंद कुमार सिंह, उदयवीर सिंह, आनन्द भदौरिया, रामवृक्ष यादव, सुशील दीक्षित, अनुराग भदौरिया, दीपक रंजन, मधु गुप्ता, राम सागर, विजय सिंह, अनीस राजा, राम करन निर्मल, दिग्विजय सिंह देव व अन्य मौजूद रहें।