आरयू इम्पैक्ट,
लखनऊ। अखिलेश सरकार में राजधानी के डीएम के साथ ही लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की दो बार कुर्सी संभालने वाले सत्येंद्र सिंह यादव की पत्नी मीता सिंह के स्कूल के अवैध बोर्ड पर नगर निगम ने अपनी निगाह तिरछी कर ही दी।
गोमतीनगर के शंकर चौराहे पर कारगिल शहीद कैप्टन मनोज पाण्डेय के सम्मान में बट्टा लगाने वाले ‘न्यू मिलेनियम स्कूल‘ के बोर्ड को नगर निगम ने आज धाराशाही कर दिया है। अब नगर निगम जुर्माने की राशि के साथ ही बोर्ड हटाने में आए खर्चे को भी स्कूल से वसूलेगा।
यह भी पढ़े- शर्मनाक: चौराहे पर कारगिल शहीद के सम्मान को बौना बना रहा है, सत्येंद्र सिंह का कद
दो हाइड्रा मशीनों के साथ टीएस नरेंद्र वर्मा के नेतृत्व में शंकर चौराहे पहुंची नगर निगम की टीम को करीब 40 फुट लंबे बोर्ड को हटाने में तीन घंटे का समय लग गया। इस दौरान क्षेत्र का यातायात प्रभावित रहा। नगर निगम की आज शाम की कार्रवाई को शहीद के प्रति दिल में सम्मान रखने वाली क्षेत्रिय जनता ने भी सराहा है।
लोगों का कहना था कि बोर्ड लगने के समय भी हम लोगों ने विरोध किया था, हालांकि सपा सरकार से सत्येंद्र सिंह की नजदीकी को जानते हुए विरोध तेज नहीं कर सके।
दिन में माना गलत शाम को की कार्रवाई
लगभग डेढ़ महीने पहले अवैध बोर्ड के संबंध में ‘राजधानी अपडेट’ के मुद्दा उठाने के बाद स्कूल को जुर्माना और बोर्ड हटाने की नोटिस भेजकर खामोश बैठे नगर निगम से आज हमने आगे की कार्रवाई के बारे में पूछा तो उन्होंने व्यस्ता का हवाला देते हुए अब तक कार्रवाई नहीं करने की बात कही।
यह भी पढ़े- एक महीना बीतने के बाद भी सत्येंद्र सिंह की पत्नी के स्कूल पर कार्रवाई करने से डर रहा नगर निगम
हालांकि उन्होंने माना कि बोर्ड पूरी तरह से अवैध है, इसे अब तक हट जाना चाहिए था। इसके बाद फास्ट हुए नगर निगम के अफसर व कर्मचारियों ने चंद घंटे बाद ही सालभर से ज्यादा समय से लगे बोर्ड को धराशाही कर दिया।
वहीं सत्येंद्र सिंह यादव ने बताया कि स्कूल एक सोसाइटी का है, जिससे उनकी पत्नी जुड़ी हुई है। नगर निगम ने अवैध बोर्ड को हटाया है तो यह अच्छी बात है।