आरयू रिर्पोटर
लखनऊ। राजधानी में एक बार फिर बाइकसवार बदमाशों के आतंक के सामने हाईटेक पुलिस की तेजी फिसड्डी नजर आ रही है। बुधवार को बदमाशों ने दिनदहाड़े लखनऊ यूनिवर्सिटी के गेट नम्बर एक पर महिला एनेक्सी कर्मी से दो लाख 68 हजार रूपये लूट लिए। बेहद तेजी से घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश गेट नम्बर दो की ओर भाग निकले। महिला बैंक से पैसा निकालने के बाद पैदल ही जा रही थी। महिला के साथ करीब दो सेकेंड में हुई वारदात यूनिवर्सिटी के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पीडि़ता से सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी छानबीन कर रहे है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया हैं कि एलयू से स्नातक कर रही महिला की एक रिश्तेदार को आज उसके पैसा निकालने की जानकारी थी। पुलिस इस बिन्दु पर भी गहनता से जांच कर रही है। दूसरी ओर बदमाशों ने गाजीपुर, मडि़यांव समेत गोमतीनगर में भी महिलाओं को निशाना बनाते हुए उनकी सोने की चेन लूट ली। चंद घंटों में ताबड़तोड़ हुई लूट की चार वारदातों ने राजधानी की महिलाओं में दहशत पैदा कर दी हैं।
बताया जा रहा हैं कि महानगर के सचिवालय कालोनी निवासी रामजीत यादव की बेटी सिंधू यादव एनेक्सी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। कुछ समय पहले कुर्सी रोड पर जमीन खरीदने के लिए सिंधू ने इटावा के अपने एक परिचित से तीन लाख रूपए उधार लिए था। परीचित को कल पैसा लौटाना था। जिसके लिए वह एलयू के गेट नम्बर एक पर स्थित स्थित यूको बैंक पहुंची खाते में जमा 2.70 लाख में से दो हजार छोड़ बाकी पैसा निकालकर उन्होंने पर्स में रख लिया। जिसके बाद अपने एसबीआई खाते के एटीएम के जरिए वहीं लगे एटीएम से दस हजार रूपये और निकालना चाहा, लेकिन एटीएम में पैसा नहीं होने की वजह से दोपहर एक बजकर 27 मिनट पर वह बाहर निकलकर तिराहे पर पहुंचने के लिए दस कदम चली होंगी की पीछे से बाइक से आए दो बदमाश पलक झपकते ही महिला से पर्स लूटकर भाग निकले।
फुटेज से बाइक और चेहरे का नहीं लग रहा अंदाजा
एलयू के गेट पर काफी ऊंचाई पर लगे कैमरे में वारदात तो कैद हो गई, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में बाइक के मॉडल और नम्बर का अंदाजा नहीं लग रहा। दोनों बदमाशों के हेलमेट लगाए लगाए होने के चलते चेहरा भी नहीं दिख रहा। पुलिस फुटेज साफ कराने के साथ ही हुलिये के आधार पर संदिग्ध की धरपकड़ करने के साथ ही एलयू के संदिग्ध छात्रों के बारे में भी जांच कर रही हैं। इसके साथ ही कुछ लोगों की कॉल डिटेल भी निकाली जा रही है। एसपीटीजी दुर्गेश कुमार ने बताया कि पुलिस बैंक के साथ ही आसपास लगे कैमरों की फुटेज खंगाल रही हैं। इसके अलावा मौके से मिले फुटेज को भी साफ कराकर बदमाशों को पकड़ने की पूरी कोशिश की जाएगी।
घटना के पीछे सटीक मुखबिरी तो नहीं
बदमाशों के घटना को अंजाम देने के पीछे पुलिस कयास लगा रही हैं कि सटीक मुखबिरी के चलते उनका काम आसान हो गया था। इस बात को यहां से भी बल मिलता हैं कि बैंक के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों में पुलिस को कोई संदिग्ध चेहरा फिलहाल नहीं मिला है। इसके अलावा सिंधू का बायां पैर प्लास्टिक का होने के चलते भी उनकी पहचान दूर से ही की जा सकती है। बदमाशों ने चंद सेकेंड में जिस तरह से घटना को अंजाम दिया हैं, उसके चलते घटना के पीछे महिला के ही किसी करीबी के शामिल होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
हालांकि पिछले तीन-चार दिनों में एक बार फिर राजधानी की सड़को पर महिलाओं से अंधाधुंध लूट करने वाले बाइकसवार बदमाशों का आतंक बढ़ा हैं। आज गाजीपुर, मडि़यांव और गोमतीनगर में भी महिलाअें से सोने की चेन लूट ली गई हैं। करीब तीन महीना पहले आईजी ए सतीश गणेश के निर्देश पर चले स्पेशल अभियान में लगभग दो दर्जन बााइकसवार लुटेरोंं को राजधानी पुलिस नेे जेल भेजा था। समझा जाता है कि समय बीतने के साथ ही बदमाश जमानत पर जेल से बाहर निकलने लगे हैं।