आरयू वेब टीम। सरकार ने सोमवार 14 अगस्त को खुदरा महंगाई दर पर रिपोर्ट जारी की है, जिससे साफ पता चलता है कि इस बार जुलाई में लोगों को महंगाई का जोरदार झटका लगा है। सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 7.44 प्रतिशत हो गई, जो कि जून में 4.87 प्रतिशत पर थी।
ये आंकड़ा जुलाई में खुदरा महंगाई दर आरबीआइ की ओर से तय महंगाई के बैंड दो से छह प्रतिशत के दायरे से बाहर निकल गई है। रिपोर्ट के मुताबिक सब्जियों खासकर टमाटर समेत खाने-पीने की चीजों की कीमतों में तेज वृद्धि के कारण जुलाई 2023 में खुदरा महंगाई दर बढ़कर सात फीसदी के पार पहुंच गई है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति लगातार चार महीनों तक रिजर्व बैंक (आरबीआई) के टॉलरेंस बैंड दो से छह प्रतिशत के दायरे में बने रहने के बाद जुलाई में ऊपरी सीमा को पार कर गई। पिछले एक महीने में सब्जियों, विशेष रूप से टमाटर व कुड अन्य सब्जियों की कीमतों में उम्मीद से अधिक वृद्धि खुदरा महंगाई दर में वृद्धि का कारण बना।
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सब्जियों की महंगाई दर में लगातार तेजी दिखी और यह सालाना आधार पर 37.34 प्रतिशत पर पहुंच गया। सालाना आधार पर इसमें 0.93 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। खाद्य व पेय पदार्थों की मुद्रास्फीति जून में 4.63 प्रतिशत से बढ़कर 10.57 प्रतिशत हो गई। मोटे अनाजों की मुद्रास्फीति जून के 12.71 प्रतिशत से बढ़कर 13.04 प्रतिशत हो गई।