आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अपने टीजर रिलीज के साथ ही विवादों में घिरी फिल्म ‘आदिपुरुष’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग लगातार उठ रही है। वहीं अब अयोध्या राम मंदिर के प्रधान पुजारी ने भी इस पर बैन लगाने की मांग की है।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा है कि आदिपुरुष फिल्म पर तत्काल प्रतिबंध लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान राम, हनुमान और रावण का चित्रण महाकाव्य के अनुरूप नहीं है और इसलिए उनकी गरिमा के खिलाफ है।
साथ ही सत्येंद्र दास ने यह भी कहा है कि फिल्म बनाना कोई अपराध नहीं है, लेकिन उन्हें सुर्खियों में लाने के लिए जानबूझकर विवाद पैदा करने के लिए नहीं बनाया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि फिल्म का 1.46 मिनट का टीजर रविवार को रिलीज होने के साथ ही पूरी फिल्म ही विवादों से घिर गयी है। फिल्म पर प्रतिबंध और इससे जुड़े लोगों पर कार्रवाई की मांग के बीच यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी टीजर की निंदा की और कहा कि हिंदू देवी-देवताओं के प्रति अनादर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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ब्रजेश पाठक ने एक बयान में कहा कि संतों ने जो कुछ भी कहा है, उस पर ध्यान देने की जरूरत है। फिल्मों ने अक्सर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। जब भी हमारी संस्कृति पर हमला हुआ, इन्हीं संतों और अखाड़ों ने हमारी संस्कृति को बचाया। हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है।
साथ ही केपी मौर्या ने भी अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने टीजर नहीं देखा, लेकिन अगर इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो इसे दर्शकों के सामने पेश करने से पहले इसे ठीक करने की आवश्यकता है।
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इससे पहले, भाजपा प्रवक्ता मालविका अविनाश ने कहा कि फिल्म के निर्माताओं ने रावण के चरित्र को विकसित करने से पहले कोई शोध नहीं किया। बता दें कि फिल्म में सैफ अली खान रावण के रूप में नजर आएंगे, जबकि प्रभास भगवान राम हैं और कृति सैनॉन सीता हैं।
राम से लेकर रावण व हनुमान तक को फिल्म में गलत ढ़ग से पेश करने को लेकर देशभर में टीजर का विरोध किया जा रहा है, हालांकि बड़ी संख्या में लोग इसमें कुछ भी गलत नहीं होने की भी सोशल मीडिया पर बात कह रहें हैं, उनका यह भी मानना है कि आजकल बालीवुड फिल्मों को बायकॉट कर फेमस होने की नफरत फैलाने वालों को बीमारी सी लग गयी है।