आरयू ब्यूरो
लखनऊ। कभी बहुजन समाज पार्टी में दिग्गज नेताओं में गिने जाने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी के पार्टी से निकाले जाने के बाद लगातार मुस्लिम नेताओं की बसपा में वापसी हो रही है। पूर्व मंत्री फूल बाबू के पार्टी में लौटने के बाद आज दिग्गज नेता अब्दुल मन्नान व उनके भाई अब्दुल हन्नान ने दूसरे बड़े नेताओं के साथ बसपा में वापसी की है।
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हजरतगंज स्थित एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में अब्दुल मन्नान ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने नसीमुद्दीन की वजह से ही पार्टी छोड़ी थी, अब उनके निकाले जाने के बाद उन्होंने घर वापसी की।
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पूर्व एमएलसी व सपा के टिकट से संडीला विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले मन्नान ने कहा कि नसीमुद्दीन ने हमेशा पार्टी से मुसलमानों को दूर किया वह चाहते थे दूसरे मुस्लिम नेता उन्हें अपना नेता माने। उन्होंने यह भी कहा कि अगर विधानसभा चुनाव से पहले वह बसपा से निकाल दिए गए होते तो आज बसपा सत्ता में होती।
इस दौरान मौजूद बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर ने कहा कि बसपा का पूरा ध्यान इस समय निकाय चुनाव पर हैं। हम सब लोग अब एकजुट होकर उसकी तैयारी कर रहे हैं।
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इसके अलावा इन लोगों ने भी ज्वाइन की बसपा-
सत्य नारायण ऊर्फ सत्तू पूर्व विधायक बेनीगंज, डॉ. नन्हेलाल पाल पूर्व ब्लॉक प्रमुख बेंहदर संडीला, परशुराम चौरसिया, जिला पंचायत सदस्य, ललित कुमार जिला पंचायत सदस्य, सरल द्विवेदी जिला पंचायत सदस्य, अब्दुल अली प्रधान, अनिल तिवारी पूर्व सदस्य जिला पंचायत, गजराज वर्मा जिला पंचायत सदस्य, राजेश अवस्थी प्रधान, अनिल अवस्थी प्रधान, हरिकरन प्रधान, रमेश कन्नौजिया पूर्व ब्लॉक प्रमुख अरावन, मो. शोएब उर्फ लालू पूर्व अध्यक्ष डीसीडीएफ हरदोई, रमाकांत गुप्ता प्रधान, असीम शेख, राकेश दीक्षित, फैज़ुल हक़, मुबारक अली, अरविंद कुमार चौरसिया, मो. हारून खां, मो. अरबान,मो. जुबैर मंसूरी समेत अन्य लोगों बसपा की सदस्यता ली।
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