आरयू वेब टीम। केंद्र सरकार की नई सेना भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच सेना प्रमुख ने साफ कर दिया है कि ये योजना वापस नहीं ली जाएगी। साथ ही सेना में बहाली सिर्फ ‘अग्निवीर’ के जरिए ही होगी। अग्निवीर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो नियमित सैनिकों पर लागू होता। अग्निवीर के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं है।
ये बात तीनों सेनाओं की साझा प्रेसवार्ता में कही गई। अग्निपथ योजना पर सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने आज प्रेसवार्ता में कहा कि ये सुधार लंबे समय से लंबित था। हम इस सुधार के साथ युवावस्था और अनुभव लाना चाहते हैं। योजना को वापस नहीं लिया जाएगा, इसे वापस क्यों लिया जाए, यह एक प्रगतिशील कदम है। अधिकारी ने कहा यह देश को युवा बनाने का एकमात्र प्रगतिशील कदम है। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। क्या आप जानते हैं कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों से स्वास्थ्य उद्देश्यों के लिए कितने लोगों के हताहत होने की सूचना है? इसके बारे में पढ़ें, तब आपको पता चलेगा कि युवा क्यों महत्वपूर्ण है।
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साथ ही कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे।’ उन्होंने कहा कि केंद्र योजना का ‘विश्लेषण’ करने के लिए सेना के 46,000 उम्मीदवारों की भर्ती के साथ इसे शुरू करेगा। अगले चार-पांच वर्षों में हमारी भर्ती (सैनिकों की) 50,000-60,000 होगी। बाद में इसे बढ़कर 90,000 एक लाख कर दिया जाएगा। ‘हमने योजना का विश्लेषण करने के लिए 46,000 से छोटी शुरुआत की है।
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भविष्य में हमारे ‘अग्निवीर’ का आंकड़ा 1.25 लाख तक हो जाएगा।’ शीर्ष सैन्य अधिकारी ने यह भी कहा कि सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं है। अग्निवीर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है। अगर अग्निवीर राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन बलिदान करते हैं तो उन्हें एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि भारतीय सेना की नींव में अनुशासन है। आगजनी, तोड़फोड़ के लिए सेना में कोई जगह नहीं है। ‘हमने इस योजना को लेकर हाल की हिंसा की उम्मीद नहीं की थी। सशस्त्रबलों में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है। सभी उम्मीदवारों को एक लिखित शपथ देना होगी कि वे किसी भी तरह की आगजनी/हिंसा में शामिल नहीं हैं।’ पुलिस सत्यापन सौ प्रतिशत है, उसके बिना कोई शामिल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि हमारे साथ जो अग्निवीर में जुड़ना चाहता है वो प्रतिज्ञा लेगा कि उसने किसी प्रदर्शन या तोड़फोड़ में हिस्सा नहीं लिया…फौज में पुलिस वेरिफिकेशन के बिना कोई नहीं आ सकता। इसलिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अनुरोध है कि अपना समय खराब न करें।
भारतीय वायुसेना में 24 जून से पहले की प्रक्रिया
एयर मार्शल एसके झा ने कहा कि भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह एक ऑनलाइन सिस्टम है। उसी के तहत उसपर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। एक महीने बाद 24 जुलाई से फेज-1 ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। पहला बैच दिसंबर तक नामांकित होगा और प्रशिक्षण 30 दिसंबर तक शुरू होगा।
25 जून तक एडवरटाइजमेंट
वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 25 जून तक एडवरटाइजमेंट सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा। एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस साल 21 नवंबर से पहला नौसैनिक ‘अग्निवीर’ प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का, ओडिशा में पहुंचना शुरू हो जाएगा।