आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कर्नाटक में भाजपा की सरकार गिरने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा भाजपा को लेकर दिए गए बयान पर रविवार को भाजपा के प्रदेश डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने पलटवार करते हुए अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत दी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने अपने एक बयान में कहा कि अखिलेश यादव भाजपा को नैतिकता का पाठ पढ़ाने की जगह अपने दल तथा जिन दलों के साथ वह खडे़ हैंं, उनके सच के साथ जनता के समाने आए।
महेंद्र पाण्डेय ने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा का यशस्वी नेतृत्व दुनिया के सामने स्पष्ट रीति, नीति तथा सबके साथ सबके विकास के संकल्प के साथ भारत के 125 करोड़ जनता के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रहा है। नरेंद्र मोदी की बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री का लक्ष्य गरीबों, पिछड़ों, दलितों तथा किसानों को समृद्ध बनाकर श्रेष्ठ भारत का र्निमाण करना है।
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वहीं विरोधी दलों को परिवारवादी बताते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष का लक्ष्य सिर्फ परिवार को पोषित करना है। उन्होंने उदाहरण देते हुए आगे कहा कि सपा मुलायम सिंह यादव तथा अखिलेश यादव तक, कांग्रेस सोनिया गांधी और राहुल गांधी, बसपा मायावती तथा उनके भाई आनन्द, जेडीएस देवेगौड़ा तथा कुमार स्वामी, रालोद चौधरी अजीत सिंह तथा जयंत चौधरी, राजद लालू यादव से तेजस्वी यादव तक मुख्य रूप से सीमित है, जबकि ये नेता भी इसी तरह की राजनीति कर रहे है। भाजपा अध्यक्ष ने इन दलों को चुनौती देते हुए सवाल किया कि यह दल बताए कि राजनीतिक दल के नाम पर अपने परिवार के विकास तक ही क्या यह दल सीमित नही है?
वहीं विरोधी दलों के गठबंधन पर भी सवाल उठाते हुए महेंद्र पाण्डेय ने कहा कि विपक्षी दल के नाम पर तथाकथित गठबंधन करने वाले इन दलों का सच सिर्फ सत्ता हथियाना है। कर्नाटक चुनाव की बात करते हुए महेंद्र पाण्डेय ने कहा कि कर्नाटक के चुनाव को ले तो सपा ने वहां 28 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि मायावती ने तो जेडीएस के साथ कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इनका हाल वहां क्या हुआ ये हर कोई जानता है।
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दावा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि सच तो यह है कि इन दलों का महज देश की जनता को गुमराह कर सत्ता संस्थान पर काबिज करना है, क्योंकि इनके गठबंधन सत्ता के स्वार्थ तक ही सीमित है, जबकि इनकी राजनीति घोर अंतर्विरोधी तथा सिद्धांत विहीन है।