आरयू ब्यूरो, लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जहां अपने संसदीय क्षेत्र के डॉक्टरों से बात करते हुए उन्हें कोरोना वायरस व ब्लैक फंगस से निपटने के लिए ‘जहां बीमार, वहीं उपचार’ का मंत्र दिया है, तो दूसरी ओर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसके लिए नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। अखिलेश ने इस बहकाने वाला बताते हुए कहा है कि अब “जहां बीमार वहीं उपचार’ का नया नारा लेकर प्रधानमंत्री आ गए हैं।
अपने एक बयान में अखिलेश ने पत्रकारों से कहा है कि कोरोना महामारी और ब्लैक फंगस के आतंक के बीच भी भाजपा सरकार सच को पूरी तरह नकारने, जनता में भ्रम फैलाने और झूठी वाहवाही लेने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है। प्रधानमंत्री ने सात साल में बहुत काम होने का प्रशस्ति मेडल भी खुद ही अपने नाम कर लिया है।
आए पीएम मोदी व सीएम योगी द्वारा एक-दूसरे को काम के लिए बधाई दिए जाने पर भी आज अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है। सपा अध्यक्ष ने कहा है कि पूरे उत्तर प्रदेश में शहर से लेकर गांव तक चिकित्सा व्यवस्था बर्बाद करने के बाद भी बधाई का आदान-प्रदान चलता रहता है। भाजपा की सोची समझी रणनीति के तहत ऐसा किया जा रहा है, ताकि जनता भ्रम में रहे और बिना उपचार हो रही बेमौतों पर पर्दा पड़ा रहे।
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अखिलेश ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए आगे कहा है कि मुख्यमंत्री की माने तो आंकड़ों और जुबानी दावों के साथ प्रदेश में कोरोना संक्रमण, ब्लैक फंगस और टीकाकरण सभी क्षेत्रों में हवाई कन्ट्रोल हो चुका है, जबकि शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं पर बदइंतजामी का ताला पड़ा है। दवा, इलाज के लिए हाहाकार मचा है। इतना ही नहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मान लिया है कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों से भी कोरोनारोधी टीकाकरण के मामलों में उत्तर प्रदेश बहुत पीछे है। कागजों पर इलाज, जमीन पर बेइलाज यही प्रदेश की नियति हो गयी है।
योगी सरकार पर हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा, उत्तर प्रदेश में कोरोना और ब्लैक फंगस के इलाज में अव्यवस्थाएं छुपाए नहीं छुप रही हैं। अभी भी रोज मौते हो रहीं हैं। दवा व इंजेक्शन की कालाबाजारी में योगी सरकार फेल साबित हुई है।