‘‘देश बचाओं, देश बनाओं‘‘ नारे के साथ अखिलेश ने साधा मोदी और योगी पर निशाना

अखिलेश यादव
जनसभा को संबोधित करते अखिलेश यादव।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। ‘‘देश बचाओं, देश बनाओं‘‘ नारे के साथ समाजवादी पार्टी का अभियान शुरू कर रहे पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार के साथ ही योगी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि नौ अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने अंग्रेजों से भारत की मुक्ति का आह्वान किया था, जिसमें समाजवादियों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी निभाई थी। गांधी जी ने जिस स्‍वाराज का सपना देखा था उसे पूरा करने की जिम्मेदारी नई पीढ़ी के समाजवादियों की है। आजादी के मूल्यों को बचाए रखना भी हमारा कर्तव्य है।

यह भी पढ़ें- राहुल पर हमले पर बोले अखिलेश, यूपी में ‘बंदूकबाज’ तो गुजरात में हैं ‘पत्‍थरबाज’

सपा अध्‍यक्ष फैजाबाद जिले के पूरा बाजार में स्वतंत्रता सेनानी राजबली यादव की पुण्यतिथि पर आयोजित सम्मेलन एवं प्रतिमा अनावरण के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि योगी सरकार ने किसानों के साथ छल किया है। उनका कर्जमाफी और आय दुगनी करने का वादा सिर्फ वादा रह गया है। किसान और गरीब संकट में फंस गए हैं। 36 हजार करोड़ की धनराशि से कुछ नहीं होगा। पूरी कर्जमाफी ही एकमात्र समस्या का समाधान नहीं है।

अखिलेश यादव

बिगड़ रही कानून-व्‍यवस्‍था, स्‍वास्‍थ्‍य और शिक्षा में भी अव्‍यवस्‍था

उत्‍तर प्रदेश की वर्तमान स्थिति पर पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में घोर अव्यवस्था है। कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है। महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। अल्पसंख्यक दहशत में हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

मोदी सरकार की नीतियों पर किया हमला

वहीं मोदी सरकार की नीतियों पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी से अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है। जनता मंहगाई से त्रस्त है और नौजवान बेरोजगारी से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत का नारा तभी सार्थक होगा जब राजनीति स्वच्छ होगी।

यह भी पढ़ें- इस्‍तीफा दिलाकर नहीं, चुनाव लड़कर विधायक बनें योगी: अखिलेश

रास्‍ते में जगह-जगह हुआ स्‍वागत

लखनऊ से बाराबंकी होते हुए फैजाबाद जा रहे अखिलेश यादव के काफिले का उनके समर्थकों ने जगह-जगह स्‍वागत किया। स्वागत करने वालों में प्रमुख रहे अवधेश प्रसाद, अरविन्द सिंह, राजीव कुमार सिंह, अपूर्वा वर्मा, राकेश वर्मा, राममूर्ति वर्मा, पवन पांडेय, पूर्व सांसद राम सागर रावत, राजेश यादव राजू, सुरेश यादव, राम सागर यादव, अशोक देव, अनूप सिंह, राहुल सिंह, लीलावती कुशवाहा, हिमांशु सिंह, अभय सिंह, फरीद महफूज किदवई समेत हजारों लोग थे।

यह भी पढ़ें- मात्र एक शर्त पर शिवपाल अखिलेश से समझौते को तैयार