आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज नगर निगमों एवं निकाय चुनावों को महत्वपूर्ण बताते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे इसे चुनौती के रूप में स्वीकार करें। सपा का मुकाबला भाजपा के झूठ से है। सपा सरकार ने पूरी ईमानदारी से जनता की सेवा की है, जबकि भाजपा ने नफरत फैलाने के अलावा क्या किया है। भाजपा के छल प्रपंच और झूठे वादों के प्रति मतदाताओं को सावधान करने का काम प्राथमिकता से करने की जरूरत है।
सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि भाजपा ने एक भी नई योजना की शुरूआत नहीं की है, बल्कि समाजवादी सरकार की जो जनहित की योजनाएं चालू थीं, उन्हें भी बंद कर दिया। बिजली आपूर्ति बाधित है। प्रदूषण पर कोई रोक नहीं है। शहरों में भी मूलभूत सुविधाओं तक का अभाव है। छोटे-छोटे उद्योग धंधे, कारोबार नोटबंदी और जीएसटी के शिकार बन गए हैं।
बीजेपी ने समाज के सभी वर्गों को दिया धोखा
अखिलेश यादव ने दावा करते हुए यह भी कहा कि मंहगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और सत्ता के दुरूपयोग से जनता की उम्मीदें जवाब दे गई है। भाजपा ने समाज के हर वर्ग को तकलीफ पहुंचाई है। किसान, व्यापारी, वकील, नौजवान, छात्र, महिलाएं, श्रमिक, अल्पसंख्यक सभी इनकी कुनीतियों के शिकार है। हर वर्ष 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा करने वाली भाजपा की केंद्र सरकार ने तीन वर्ष में एक लाख नौकरी भी नहीं दी।
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उन्होंने कहा कि शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी कार्यकत्री सब का उत्पीड़न किया गया और जो भी पीड़ित वर्ग अपने साथ हो रहे अन्याय को सुनाने राजधानी आया है उसको अपमानित किया गया और निहत्थे लोगों पर लाठियां बरसाई गई।
बैठक के दौरान नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्वमंत्री राजेंद्र चौधरी एवं नरेंद्र वर्मा, विधायक एसआरएस यादव, जावेद आब्दी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।