आरयू ब्यूरो,लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे नेताओं के एक दूसरे पर हमले भी तेज होते जा रहे हैं। इस बीच पूर्व सांसद और कांशीराम बहुजन मूल निवासी पार्टी की अध्यक्ष सावित्री बाई फुले ने एएसपी अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के अखिलेश यादव को दलित विरोधी बताने पर सपा अध्यक्ष के समर्थन में उतरीं हैं। फूले ने चंद्रशेखर पर हमला करते हुए उन्हें आरएसएस और बीजेपी की साजिश का हिस्सा बताया है।
आज लखनऊ में आयोजित एक प्रेसवार्ता में सावित्रीबाई फुले ने चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस साजिश के तहत चंद्रशेखर आजाद और गंगाराम अंबेडकर से अखिलेश यादव पर दलित विरोधी होने का आरोप लगवा रही है। आरएसएस, भाजपा साजिश के तहत दलित नेताओं को उकसा कर दलित समाज को बांटना चाहती है। फुले ने कहा कि उन्होंने बिना शर्त अपना पूरा समर्थन अखिलेश यादव को दिया है और इस बार उनका पूरा समाज अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करेगा।
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…क्योंकि वही भाजपा को इस वक्त रोक सकते हैं
सावित्री बाई ने प्रेस से आगे कहा कि दलित और पिछड़ा वर्ग एक होकर इस बार अखिलेश की सरकार बनाने जा रहा है। उन्होंने कहा भाजपा को अगर रोकना है तो अखिलेश यादव को लाना होगा, क्योंकि वही भाजपा को इस वक्त रोक सकते हैं। इसीलिए उन्होंने बिना शर्त सपा को समर्थन दिया है, लेकिन चंद्रशेखर आजाद दलितों को बांटने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्होंने दलितों से अपील की युवा किसी के बहकावे में ना आए और इस बार समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए पूरा योगदान करें।
आरक्षण खत्म हुआ, लेकिन संघमित्रा मौर्या ने नहीं बोला एक शब्द
साथ ही भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्या पर भी निशाना साधते हुए कहा कि निजी स्वार्थ के लिए सांसद बनकर बैठी हैं। पिछड़ी जातियों का आरक्षण खत्म हुआ, लेकिन संघमित्रा मौर्या ने एक शब्द भी नहीं बोला। ये सांसद विधायक बनने के लिए परेशान रहती हैं। यह अपने स्वार्थ के लिए बीजेपी में गई हैं।
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साथ ही सावित्रीबाई ने इस बात के भी संकेत दिए कि उनकी पार्टी के कुछ लोग गठबंधन में आरक्षित सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। यह भी संकेत दिए कि अखिलेश यादव अगर मुख्यमंत्री बनेंगे तो किसी दलित को उपमुख्यमंत्री भी बनाया जा सकता है।