आरयू संवाददाता, अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से जान जाने का मामला एक बार फिर सामने आया है। अलीगढ़ में एक अनुबंधित दुकान से खरीदी गई नकली शराब पीने से अब तक 12 लोगों की मौत हो गई और अन्य की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मृतकों को परिजनों में कोहराम मच हुआ है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने गांव के दो देसी शराब के ठेके को सील कर दिया है। अलीगढ़ के जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है, जांच में पाए गए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच अपर जिलाधिकारी स्तर के एक अधिकारी द्वारा की जाएगी।
घटना के संबंध में अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) दीपक कुमार ने मीडिया को बताया कि आज सुबह लोधा थाना पुलिस को सूचना मिली कि अलीगढ़-टप्पल राजमार्ग पर यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर करसिया गांव में एक ठेके से खरीदी गई देसी शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई है, जिनकी पहचान ट्रक चालकों के रूप में की गई।
उन्होंने बताया कि दोनों चालक अलीगढ-टप्प्पल राजकीय राजमार्ग पर स्थित एक गैस डिपो में काम के सिलसिले में आये थे। उनके मुताबिक जब तक पुलिस और जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे तब तक सूचना मिली कि करसिया और आसपास के कुछ अन्य गांवों के दस अन्य लोगों ने भी शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया है, जिसके बाद इलाके में पहुची पुलिस टीमों ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिवारों में रोना-पीटना मच गया। पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि मृतकों ने सरकार की ओर से अधिकृत दुकान से शराब खरीदी थी।
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वहीं एसएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है, जो मामले की जांच कर रही है। शराब की दुकान के मालिक पर भी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस पता लगा रही है कि दुकान मालिक को शराब की सप्लाई कहां से की गई। मृतकों के पास से बरामद शराब और दुकान से मिली शराब के नमूनों को ले लिया गया है और जांच के लिए लैब में भेजा है।
मिली जानकारी के अनुसार, शराब की दुकान का ठेका 31 मार्च को ही खत्म हो गया था, इसके बावजूद दुकान मालिक शराब बेच रहा था। इस बारे में पूछे जाने पर पुलिस ने कहा कि आबकारी विभाग इस मामले में जांच कर रहा है। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
वहीं मामले की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दोषियों पर तत्काल एनएसए की कार्रवाई की जाए। सीएम योगी ने आबकारी और गृह विभाग के अधिकारियों को तलब किया है। दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलामी होगी और उससे मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा।