आरयू वेब टीम। पंजाब में खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने भारी बवाल किया है। अमृतपाल के समर्थक भारी तादाद में अमृतसर में इकट्ठा हुए और अजनाला पुलिस थाने पर कब्जा कर लिया। उनके हाथों में तलवार और बंदूक थीं। उन्होंने पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। अमृतपाल सिंह के समर्थक लगातार उनके करीबी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर, उन्हें रिहा करने की मांग कर रहे हैं। अमृतपाल सिंह पर खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप लगता रहा है।
‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने कहा कि सिर्फ एक राजनीतिक मकसद से एफआइआर दर्ज की गई। उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि मामले को रद्द नहीं करते हैं, तो आगे जो कुछ भी होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा… साथ ही कहा कि उन्हें लगता है कि हम कुछ नहीं कर सकते, इसलिए ये शक्ति प्रदर्शन जरूरी था। अमृतपाल सिंह ने कहा कि पुलिस कर्मियों के घायल होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है। सच तो यह है कि वह गिरने के बाद घायल हुए। वास्तव में हमारे 10-12 लोगों को चोटें आई हैं। 24 घंटे के भीतर तूफान सिंह को रिहा किया जाना चाहिए। हम 24 घंटे भी इंतजार नहीं करेंगे।
उसने कहा कि अमित शाह ने कहा था कि खालिस्तान आंदोलन को नहीं बढ़ने देंगे। मैंने कहा था कि इंदिरा गांधी ने भी ऐसा ही किया था और अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको परिणाम भुगतने होंगे। अगर गृह मंत्री ‘हिंदू राष्ट्र’ की मांग करने वालों से यही कहते हैं, तो मैं देखूंगा कि क्या वह गृहमंत्री बने रहते हैं।
वहीं एसएसपी अमृतसर ने मीडिया को बताया कि हमारे सामने पेश किए गए सबूतों के मुताबिक लवप्रीत तूफान को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। पुलिस कमिश्नर अमृतसर ने बताया कि उन्होंने पर्याप्त सबूत दिए हैं कि वह (लवप्रीत तूफान को हिरासत में लिया गया) निर्दोष है। एसआईटी ने इसका संज्ञान लिया है। ये लोग अब शांतिपूर्वक तितर-बितर हो जाएंगे और कानून अपना काम करेगा।
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बताया जा रहा है कि इस घटना में छह पुलिस कर्मी घायल हुए है। दावा किया जाता है कि अमृतपाल जनरल सिंह भिंडरावाला का समर्थक है। सितंबर में अमृतपाल ने एक संगठन बनाया था। वारिस पंजाब दे संगठन को अभिनेता संदीप सिंह उर्फ दीप सिद्धू ने खड़ा किया था। इससे पहले दावा किया गया था कि अमृतपाल सिंह को मोगा के गांव में नजरबंद किया गया। खबर के मुताबिक के अमृतपाल सिंह जालंधर के विशालनगर में कीर्तन के लिए रवाना होने वाला था तभी उसे नजरबंद कर दिया गया था।