आर्मी चीफ का पाक को संदेश, आतंक और वार्ता नहीं है एक साथ संभव

आतंक और वार्ता

आरयू वेब टीम। 

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए हम केवल समन्वयक हैं। हमें जम्मू-कश्मीर में स्थिति को और सुधारने की जरूरत है। बिपिन रावत ने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमने चीन और पाक से लगी सीमाओं पर बेहतर तरीके से स्थिति को संभाला है।

सेना प्रमुख ने आगे कहा कि पश्चिमी और उत्तरी सीमा पर चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि कई देश तालिबान से बात कर रहे हैं और भारत की अफगानिस्तान में रुचि है, तो हमें भी इसमें शामिल होना चाहिए।

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पाकिस्तान को संदेश देते हुए आर्मी चीफ ने कहा कि आतंक और वार्ता एक साथ संभव नहीं है। इसलिए बंदूके छोड़ो और हिंसा बंद करो। रावत ने कहा कि तालिबान मामले की तुलना जम्मू-कश्मीर से नहीं की जा सकती। राज्य में हमारी शर्तों पर ही बातचीत होगी। बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकता, यह जम्मू कश्मीर पर भी लागू होता है। साथ ही उन्होंने कहा कि 20 जनवरी को भारतीय सेना की नॉर्दर्न कमांड को नई स्नाइपर राइफलें मिलेंगी।

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