आरयू संवाददाता, पीजीआइ। राजधानी लखनऊ में तेज रफ्तार वाहनों का कहर जनता पर जारी है। सोमवार को इसी क्रम में पीजीआइ कोतवाली के तेलीबाग बाजार में आर्मी के ट्रक ने पूर्व सैन्यकर्मी को धक्का मार दिया। धक्का लगने से सड़क पर पूर्व सैन्यकर्मी बाबूनाथ सिंह के गिरते ही ट्रक चालक उनको कुचलते हुए भाग निकला।
ट्रक का पहिया बाबूनाथ सिंह के पेट पर चढ़ने से उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। घटना उस समय हुई जब बाबूनाथ अपनी एक्टिवा से घर के बिजली का बिल जमा करने जा रहे थे। तेलीबाग व्यापार मंडल से सूचना मिलने पर पहुंचे तेलीबाग चौकी इंचार्ज ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा है।
मिली जानकारी के अनुसार तेलीबाग के सुभानी खेड़ा निवासी बाबूनाथा सिंह (65) साल 1994 में सेना से अवकाश प्राप्त थे। बाबूनाथ पत्नी गीता सिंह व अपनी बेटियों व बेटे के साथ सुभानी खेड़ा में रहते थे। आजकल पत्नी गीता दिल्ली में रह रहे बेटे पंकज से मिलने गयी हैं, जबकि बाबूनाथ की सबसे छोटी बेटी संगीता उनकी देखभाल के लिए मायके आयी हुई है।
बाबूनाथ सुबह बेटी संगीता से बिजली का बिल जमा करने की बात कहकर घर से अपनी एक्टिवा लेकर कमांड चौराहे के पास जा रहे थे। एक्टिवा के तेलीबाग हनुमान मंदिर के ठीक सामने पहुंचने पर पीछे से तेज रफ्तार में आ रहे आर्मी के एक ट्रक ने उन्हें धक्का मार दिया। जिससे बाबूनाथ वाहन समेत सड़क पर गिर गए, इसी दौरान चालक ने ट्रक का पहिया उनके पेट पर चढ़ा दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी, वहीं पहिये के चलते शव भी बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया।
सूचना पाकर मौके पर पहुंचीं बाबूनाथ की बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल था। उनका कहना था कि कुछ ही देर पहले घर से निकले पिता जी ने जल्द ही लौटने की बात कही थीं, लेकिन ट्रक ने उनकी जान ले ली।
लोगों ने कहा बच सकती थी जान, लेकिन चालक ही बन बैठा था शैतान
घटना के बाद लोग जब तक कुछ समझ पाते चालक मौके से ट्रक लेकर भागने में सफल रहा। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि बाबूनाथ को धक्का मारने के बाद भी अगर चालक ट्रक रोक लेता तो उनक जान बच जाती, लेकिन भागने के चक्कर में शैतान बने चालक ने उनके ऊपर ट्रक का पहिया चढ़ाकर सारी संभावनाओं को समाप्त कर दिया।
तेलीबाग चौकी इंचार्ज ने बताया कि चालक का पता लगाने के लिए तेलीबाग चौराहे से लेकर सुभानी खेड़ा तक लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की जा रही है। इसके साथ ही टैक्टिकल नंबर से भी सैन्य यूनिट की पहचान हो जाएगी कि उस समय कौन सी ट्रक ड्यूटी पर थी और उसे कौन चला रहा था। जल्द ही चालक को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा घटना के बाद कुछ लोगों ने भी ट्रक का पीछा किया था, जिन्होंने पुलिस को बताया है कि घटना के बाद ट्रक सेंटर में मुड़ गया था।