आरयू ब्यूरो, लखनऊ। रात के अंधेरे में टोपी लगाकर अयोध्या की मस्जिदों के बाहर आपत्तिजनक वस्तुएं व धर्मिक ग्रंथ फेंककर दंगा कराने की कोशिश करने के मामले में आज अयोध्या पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस ने इस मामले में करीब हफ्ते भर से फरार चल रहे तीन अन्य आरोपितों को धर दबोचा है।
मुखबिर की सूचना पर देवकाली बाईपास के पास से गिरफ्तार किए शरदचंद्र मिश्रा उर्फ बाबू मिश्रा निवासी अंगूरीबाग, सुशील कुमार यादव निवासी तोपपुर सहादतगंज व अनिल कुमार चौहान उर्फ पप्पू निवासी कुम्हार मंडी को आज मीडिया के सामने पेश करते हुए पुलिस ने बताया कि 26/27 अप्रैल की रात हुई इस घटना के 24 घंटे के अंदर ही पुलिस ने आठ आरोपितों को चिन्हित करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि फरार चल रहे शरदचंद्र, सुशील व अनिल पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने इनके पास से घटना में इस्तेमाल की गयी तीन बाइक व टोपी भी बरामद की है।
शरदचंद्र पर दर्ज हैं बलात्कार व एससीएसटी एक्ट के गंभीर मामले
पुलिस ने बताया कि आज पकड़े गए शरदचंद्र मिश्रा पर पहले से भी बलात्कार व एससीएसटी एक्ट गंभीर मामले दर्ज हैं, जबकि अनील कुमार व सुशील कुमार के अपराधिक इतिहास के बारे में पुलिस पता लगा रही है।
घटना का खुलासा करते हुए आज पुलिस महानिरीक्षक कवींद्र प्रताप सिंह व एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने मीडिया को बताया कि 26/27 अप्रैल की रात में शहर के कश्मीरी मोहल्ला, टाटशाह मस्जिद, घोसियाना रामनगर मस्जिद, ईदगाह सिविल लाइन एवं गुलाबशाह दरगाह जेल के पीछे आपत्तिजनक वस्तु, पोस्टर व धार्मिक पुस्तक की प्रति डालकर दंगा फैलाने की कोशिश की गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपित को चिन्हित कर लिया था।
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वहीं बेहद गंभीर मामले में सक्रियता दिखाते हुए पुलिस द्वारा शीघ्रता से घटना का अनावरण करने व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने पुलिस टीम को एक लाख रुपए के नकद पुरस्कार देने की घोषणा की थी, जिसे विशेष वाहक भेजकर प्राप्त किया गया था। बुधवार को ही पुलिस लाइंस सभागार में पुलिस टीम को आईजी कवींद्र प्रताप सिंह व एसएसपी शैलेश पांडेय ने पुरस्कार प्रदान किया।
प्रेसवार्ता के दौरान एसपीसिटी विजयपाल सिंह, सीओ सिटी पलाश बंसल, कोतवाल कैंट अरुण प्रताप सिंह, नगर कोतवाल देवेंद्र सिंह, सत्यप्रकाश यादव, राजेश कुमार यादव व सुनील यादव समेत खुलासे व गिरफ्तारी में शामिल रहे अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद रहें।