आरयू वेब टीम। तेजी से बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने बड़ा फैसला किया है। एनजीटी ने आज (नौ नवंबर) से 30 नवंबर की आधी रात तक पटाखे जलाने और उनकी बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा, जिन अन्य राज्यों में वायु गुणवत्ता खराब स्तर की है, वहां पर भी यह प्रतिबंध लागू होगा।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सोमवार को एक ताजे आदेश में इस अवधि में एनसीआर में पटाखे जलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम खतरनाक स्तर पर पहुंचे प्रदूषण और दीवाली के बाद स्थिति और बदतर होने के डर से लिया गया है। एनजीटी का ये आदेश बस दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, देश के बाकी शहरों को लेकर भी निर्देश दिए हैं।
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ट्रिब्यूनल का कहना है कि जिन शहरों में प्रदूषण की स्थिति सामान्य है, वहां पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी किए गए ग्रीन पटाखे रात आठ बजे से 10 बजे तक जलाए जा सकते हैं। साथ ही नए साल पर रात 12 बजे से साढ़े 12 बजे तक पटाखे जलाने की अनुमति दी जा सकती है।
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इसके अलावा एनजीटी ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और राज्यों के सभी प्रदूषण बोर्ड को निर्देश दिया कि वे प्रदूषण की स्थिति पर निगरानी रखें और संबंधित अथॉरिटी को इसकी जानकारी दें। इस मामले में एनजीटी जुर्माने का प्रावधान अपने पहले आदेश में कर चुकी है। प्रतिबंधित इलाके में नियमों का पालन न करने वालों पर जुर्माने का प्रावधान है। पटाखा बेचने वालों पर 10 हजार का जुर्माना, जबकि पटाखा जलाने वालों पर दो हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। यह इस साल भी लागू है।
गौरतलब है कि इसके पहले देश के कई राज्य दीवाली पर पटाखे जलाने पर बैन लगा चुके हैं। इनमें दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक, राजस्थान, ओडि़शा, पश्चिम बंगाल सहित कुछ राज्य हैं, हालांकि, हरियाणा ने रविवार को एक नए आदेश में कहा था कि लोग दीवाली पर दो घंटों के लिए पटाखे जला सकते हैं।