बढ़ते प्रदूषण को लेकर अफसर की लापरवाही पर DM लखनऊ सख्‍त, रोका वेतन

लखनऊ में वायु प्रदूषण
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यरो, लखनऊ। कोरोना काल में बढ़ें प्रदूषण ने लोगों की चिंता और भी बढ़ा दी है। यूपी के कई शहरों में वायु प्रदूषण से स्थिति गंभीर होती नजर आ रही है, जबकि राजधानी लखनऊ देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। जिस पर सख्‍त हुए जिलाधिकारी ने शनिवार को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के लखनऊ क्षेत्रीय अधिकारी की सैलरी रोक दी है। साथ ही दो दिनों में इसका जवाब मांगा है।

जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने जारी किए लेटर में अफसर की कमियों को गिनाते हुए लखनऊ में प्रदूषण की खराब हालत का हवाला देते हुए क्षेत्रीय अधिकारी से कहा, “आपको बार-बार निर्देशित किया गया है कि प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए तत्‍काल प्रभावी कार्यवाही की जाए। पहले की बैठकों में लिए गए महत्‍वपूर्ण फैसलों पर भी आपने कोई कार्यवाही नहीं की। आपको फील्‍ड विजिट के निर्देश दिए थे, लेकिन आपने ऐसा नहीं किया।”

जिसके बाद अगले आदेशों तक आपका वेतन रोका जाता है। साथ ही निर्देशित किया जाता है कि दो दिनों के अंदर स्‍पष्‍टीकरण प्रस्‍तुत करें कि क्‍यों आप अपने सरकारी दायित्‍वों का निर्वाह नहीं कर रहे हैं। साथ ही डीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दो दिनों तक स्‍पष्‍टीकरण नहीं आया तो माना जाएगा कि आपको कुछ नहीं कहना है। ऐसे में आपके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

डीएम लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने बताया कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी का वेतन ड्यूटी में लापरवाही बरतने के चलते रोक दिया गया है। अधिकारी को दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए भी कहा गया है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें- वायु प्रदूषण की लड़ाई में केजरीवाल ने UP-हरियाणा व पंजाब के सीएम से अपील कर कहा, पर्यावरण बचाने के लिए हों एकजुट

मालूम हो कि लखनऊ की हवा की गुणवत्ता गुरुवार से बहुत ज्यादा खराब होनी शुरू हो गई थी। दिनभर धुंध बनी थी, लेकिन एक्यूआइ 400 माइक्रोग्राम से पार नहीं हुई थी। एक्यूआइ 349 माइक्रोग्राम रिकार्ड हुई थी। प्रदूषित शहरों की सूची में लखनऊ 28 वें स्थान पर था, लेकिन शुक्रवार को अचानक 98 प्वाइंट का इजाफा हो गया। इससे हवा का रंग हल्के लाल रंग से गहरे रंग में पहुंच गया। जिसके बाद तालकटोरा, लालबाग के साथ अलीगंज की हवा भी खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है।

तालकटोरा में एक्यूआइ की औसत मात्रा 479 माइक्रोग्राम दर्ज हुई है। अधिकतम मात्रा सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक 500 के आसपास रही। जबकि न्यूनतम मात्रा 413 माइक्रोग्राम रिकार्ड हुई है। लालबाग क्षेत्र में औसत एक्यूआई 475 माइक्रोग्राम रही। लेकिन अधिकतम मात्रा 500 व न्यूनतम मात्रा 380 माइक्रोग्राम रिकार्ड हुई है। उधर अलीगंज में भी एक्यूआइ 443 माइक्रोग्राम दर्ज हुई है। अधिकतम मात्रा 475 माइक्रोग्राम तक पहुंच गई थी। उधर गोमतीनगर की हवा खतरनाक होने से अभी 26 प्वाइंट पीछे है। यहां पर एक्यूआइ 374 माइक्रोग्राम रिकार्ड हुई है। हालांकि अधिकतम मात्रा 425 माइक्रोग्राम रिकार्ड हुई है।

यह भी पढ़ें- #Rajdhaniupdate: और जहरीली हुई दिल्ली की हवा, 422 पर पहुंचा AQI लेवल