आरयू संवाददाता, बहराइच। यूपी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर शब्दों से हमला बोल रही है। तो दूसरी ओर दो पार्टियों के कार्यकर्ता आप में भिड़ गए और एक दूसरे को घायल कर दिया। दरअसल बहराइच जिले के पयागपुर विधानसभा क्षेत्र के थाना विशेश्वरगंज के गोधना बेलभरिया गांव में भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी के समर्थकों के बीच शुक्रवार को गाड़ी खड़ी करने के विवाद में भिड़ंत हो गई, जिसमें कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गये, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं।
सपा जिलाध्यक्ष राम हर्ष यादव ने दावा किया है कि इस घटना में सपा के कई समर्थक घायल हुए हैं। वहीं बहराइच के अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि गोधना बेलभरिया गांव में एक दल के लोग रास्ते में गाड़ी खड़ी कर चुनाव प्रचार कर रहे थे और इसी बीच दूसरे दल के कार्यकर्ताओं द्वारा रास्ता खाली कराने की बात कहने पर विवाद बढ़ गया और दोनों पक्षों के बीच आपस में गाली गलौज और पथराव शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि पथराव में कई वाहन क्षतिग्रस्त होने की बात सामने आई है और दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ गंभीर आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज कराया है।
एएसपी ने बताया कि समाजवादी पार्टी की ओर से भाजपा विधायक एवं उम्मीदवार सुभाष त्रिपाठी के पुत्र निशंक त्रिपाठी सहित तीन नामजद और एक दर्जन से अधिक अन्य के खिलाफ तथा बीजेपी पक्ष की ओर से पूर्व विधायक रहे सपा प्रत्याशी मुकेश श्रीवास्तव के भाई बालेन्द्र श्रीवास्तव सहित दो नामजद व एक दर्जन अन्य के खिलाफ गंभीर आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विवेचना व जांच के बाद दोनों पक्षों के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की भी कार्रवाही होगी, फिलहाल घटना की जांच शुरू कर दी गयी है। एएसपी ने कहा कि आरोपितों की पहचान कर यथाशीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी।
यह भी पढ़ें- बोले अखिलेश, झूठे सपने दिखाते हैं भाजपा के नेता, मुख्यमंत्री को रात भर नहीं आ रही नींद, बुन्देलखण्ड के लोग कर देंगे ठंंडा
गौरतलब है कि पयागपुर विधानसभा सीट बहराइच की अकेली ऐसी सीट है जहां पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, सपा प्रमुख अखिलेश यादव तथा बसपा अध्यक्ष मायावती जैसे सभी प्रमुख दलों के स्टार प्रचारकों ने जनसभाएं की हैं। आज की घटना के तुरंत बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की जनसभा इसी क्षेत्र में थी। आज के अपने भाषण में अखिलेश ने उक्त हिंसक झड़प का उल्लेख करते हुए बीजेपी नेताओं को हार से भयभीत होकर हिंसा पर उतारू होने के आरोप लगाए हैं। पयागपुर क्षेत्र में 27 फरवरी को मतदान होना है।