आरयू ब्यूरो, लखनऊ। जमघट के बाद पतंगबाजी के शौक ने सोमवार को भी राजधानी लखनऊ में मेट्रो की स्पीड पर लगभग आधा दर्जन बार ब्रेक लगा दी। पतंग उड़ाने के लिए इस्तेमाल किए गए चाइनीज मांझे व तार के ओवर हेड इलेक्ट्रिक लाइन के संपर्क में आने चलते जहां-तहां मेट्रो आज रुक गयी। इसके चलते जहां यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी वहीं मेट्रो कॉरपोरेशन की भी खासी फजीहत हुई। वहीं आज उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने मेट्रो परिचालन क्षेत्र में लखनऊ वासियों से पतंगबाजी नहीं करने की अपील करते हुए चेताया है कि मेट्रो लाइन की पतंग के तार के मेट्रो लाइन के संपर्क में आने के चलते पतंग की डोर थामे व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
सोमवार शाम यूपीएमआरसी की ओर से कहा गया है कि मेट्रो ट्रेन परिचालन क्षेत्र के आसपास पतंगबाजी से मेट्रो की सेवाओं में बाधा पड़ रही है। 16 नवंबर को भी मेट्रो का संचालन चीनी मांझे के कारण कई बार बाधित हुआ। यूपीएमआरसी इस बात के लिए आगाह करता है कि चीनी मांझा युक्त पतंगबाजी जानलेवा भी साबित हो सकता है।
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पतंगबाजी की शौकीनों को आगाह करते हुए यूपीएमआरसी की ओर से कहा गया है कि लखनऊ मेट्रो 25 हजार वोल्ट की धारा प्रवाह वाली ओवर हेड इलेक्ट्रिक लाइन की सहायता से चलती है, ऐसे में अगर किसी पतंगबाज का चाइनीज मांझा इसके संपर्क में आता है तो उस व्यक्ति की जान तक जा सकती है।
साथ ही मेट्रो कॉरिडोर के पास पतंग उड़ाना जहां बेहद खतरनाक है और पतंग उड़ने वाले व्यक्ति के लिए घातक व जानलेवा साबित हो सकता है। इसके अलावा, पतंग का तार ओएचई के ट्रिपिंग का कारण भी बनता है, जिसके परिणामस्वरूप मेट्रो सेवाएं बाधित हो जाती हैं। इससे न केवल मेट्रो संपत्ति को नुकसान होता है, बल्कि यात्रियों को भी असुविधा होती है।
साथ ही मेट्रो रेल कारपोरेशन ने आज पतंग विक्रेताओ से भी अपील करते हुए कहा कि दुकानदार भी पतंग खरीददारों को जागरूक करें कि वो मेट्रो क्षेत्र के आसपास पतंग न उड़ाए।